तीसरे दिन ढोल-नगाड़ों की थाप पर शान से निकली भगवान नरसिंह की जलेब

कुल्लू। अंतर्राष्ट्रीय दशहरा उत्सव के चौथे दिन भगवान नरसिंह की तीसरी जलेब शान से निकली। नरसिंह की जलेब राजा की चानणी से शुरू हुई, फिर दशहरा मैदान में ढोल-नगाड़ों की थाप पर अस्पताल रोड पर निकली। वहां से पूरे लाव-लश्कर के साथ जलेब आगे बढ़ी। इस दौरान ढोल-नगाड़ों की धुन यूं बजती रही कि साथ चल रहे लोग भी नाचने पर मजबूर हो गए। इस जलेब में सैंज घाटी के 5 देवताओंं कोठी रूपी रैला के अधिष्ठाता देवता लक्ष्मी नारायण, मनु ऋषि शैंशर, कोठी शैंशर मेल मझाण की माता शतरूपा मेल और कोठी रूपी अप्पर रैला की माता आशापुरी, वूपंण रैला का स्थानीय देवता रिंगू नाग ने भाग लिया।
