जोधपुर में 58 साल से सजाया जा रहा है माता का पंडाल

जोधपुर: नवरात्रा के मौके पर शहर में वैसे तो कई पंडाल सजे हुए हैं, लेकिन जोधपुर के एयरफोर्स क्षेत्र में होने वाली दुर्गा पूजा कुछ खास है। यहां पर 5 दिनों तक मेले जैसा माहौल रहता है। शहर में रहने वाले बंगाली समाज की ओर से यहां पर दुर्गा पूजा की जाती है। साल में एक बार होने वाली इस पूजा को लेकर जोधपुर में रहने वाले बंगाली समाज के परिवारों में जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है।

यहां पर आरती की जाती है। इस दौरान माता को दो समय भोग भी लगाया जाता है। सुबह के मैं खिचड़ी का भोग लगाया जाता है। जिसमें पांच प्रकार के चावल, टमाटर की चटनी, खीर आदि शामिल की जाती है। इसे महिलाएं ही तैयार करती है। वही शाम के समय माता को पूरी हलवा और मिठाइयां का भोग लगाया जाता है।
बता दें कि बंगाली समाज में नवरात्रि के नौ दिन पूजा-पाठ के बाद दशमी के दिन सिंदूर खेलने की परंपरा है, इसे सिंंदूर खेला के नाम से जाना जाता है। इस दिन शादीशुदा महिलाएं एक-दूसरे के साथ सिंदूर की होली खेलती हैं। ऐसी मान्यता है कि नवरात्रि में मां दुर्गा 10 दिन के लिए अपने मायके आती हैं। इसलिए जगह-जगह उनके पंडाल सजते हैं। इन नौ दिनों में मां दुर्गा की पूजा और आराधना की जाती है। दशमी पर सिंदूर की होली खेलकर मां दुर्गा को विदा किया जाता है।