योगेंद्र तिवारी से 8 दिनों तक पूछताछ करेगी ED

रांची: झारखंड शराब घोटाला मामले में गिरफ्तार शराब कारोबारी योगेंद्र तिवारी की आज से 8 दिनों की रिमांड अवधि शुरु हो रही है. यानी मामले में आज से ईडी योगेंद्र तिवारी से पूछताछ करेगी और इस बीच घोटाला और निवेश का राज उगलवाने की कोशिश करेगी. बता दें, तिवारी ने शराब घोटाला मामले में ईडी की जांच को भटकाने की कोशिश की थी. मामले में ईडी को अहम साक्ष्य नहीं मिले और इसके लिए उसने कई साक्ष्य दस्तावेजों को भी नष्ट करवाया था. वहीं योगेंद्र तिवारी की गिरफ्तारी के बाद ईडी के सहायक निदेशक विनोद कुमार ने पीएमएलए कोर्ट को यह जानकारी दी है. ईडी ने कोर्ट को बताया कि 31 मार्च 2023 को आरोपी बनाते हुए ईसीआईआर दर्ज की गई थी. और इसमें ईडी के अनुसंधान शुरू होने के बाद योगेंद्र तिवारी ने इसके पहलूओं पर कई सूचनाएं जुटाई थी. इसके बाद तिवारी की तरफ से ईडी के अनुसंधान को तरह तरह से प्रभावित किया गया. खबर यह भी है योगेंद्र तिवारी आधा दर्जन से अधिक ई-मेल का प्रयोग करता था.

20 अक्टूबर को ईडी ने किया था गिरफ्तार
आपको बता दें, मामले में ईडी ने पूछताछ के क्रम में योगेंद्र तिवारी को 19 अक्टूबर को गिरफ्तार किया था जिसके बाद उसके अगले दिन 20 अक्टूबर को पीएमएलएस की विशेष अदालत में पेश किया गया. कोर्ट में सुनवाई के दौरान ईडी ने योगेंद्र तिवारी से मामले में पूछताछ के लिए कोर्ट से 14 दिनों के रिमांड की मांग की. लेकिन कोर्ट ने ईडी को 8 दिनों के रिमांड की स्वीकृति दी. और 8 दिनों की वह अवधि आज यानी 21 अक्टूबर से शुरू हो रही. आज से अगले आठ दिनों तक ईडी योगेंद्र तिवारी से मामले में पूछताछ करेगी. और घोटाला और निवेश का राज उगलवाएगी.
ईडी ने कोर्ट से की थी 14 दिनों के रिमांड की मांग
बता दें, 20 अक्टूबर को कोर्ट में सुनवाई के दौरान योगेन्द्र तिवारी की ओर से हाईकोर्ट के अधिवक्ता सुमित गड़ोदिया और रांची सिविल कोर्ट के अधिवक्ता विक्रांत सिन्हा ने बहस की. जबकि ED की तरफ से विशेष लोक अभियोजक बीएमपी सिंह ने अपना पक्ष की. अदालत में ED ने मामले में योगेंद्र तिवारी से पूछताछ के लिए 14 दिनों की रिमांड देने की अनुमति मांगी थी. जिसका योगेन्द्र तिवारी के अधिवक्ता ने विरोध किया. इसके बाद कोर्ट ने ईडी को 8 दिनों के रिमांड की अनुमति दी.
19 अक्टूबर को पूछताछ के बाद ईडी ने किया था गिरफ्तार
आपको बता दें, बृहस्पतिवार को कड़ी पूछताछ के बाद ईडी ने शराब कारोबारी योगेंद्र तिवारी को गिरफ्तार किया था. पावर ब्रोकर प्रेम प्रकाश के सहयोग से वह 19 जिलों में शराब का थोक व्यापार चलाता था. इनपर फर्जी दस्तावेज के आधार पर शराब के टेंडर लेने और करोड़ों रुपए अर्जित करने का भी आरोप है. इसके अलावे कोयला बालू से की गई अवैध कमाई के पैसे को शराब के कारोबार में निवेश करने का भी योगेंद्र तिवारी पर आरोप है. बता दें, शराब घोटाला मामले में 23 अगस्त को ईडी ने तीन दर्जन ठिकानों पर छापेमारी की थी. ईडी ने राजधानी रांची समेत राज्य के करीब 33 जगहों पर छापेमारी की थी. इसके अलावे ईडी को योगेंद्र तिवारी के दर्जनों कंपनियों के बैंक खाते समेत कई जानकारियां मिली है.