पीयू छात्रावास खोले जाने पर पांच को होगा निर्णय

बिहार | पटना विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. गिरीश कुमार चौधरी के साथ छात्र नेताओं की मैराथन बैठक हुई. इससे पहले कुलपति छात्रों से नहीं मिले थे. पटना कॉलेज में छात्रावासों की समस्या को कैसे ठीक किया जाए, इसपर तीन घंटें तक वार्ता हुई. कुलपति ने छात्रों से राय मांगी है.
छात्र नेता मो अलकमा को सभी छात्रावासों के छात्र से मिलकर बात करने जिम्मेवारी सौंपी गई है. कुलपति ने प्रस्ताव दिया है कि सभी छात्रावासों में सभी जाति और धर्म के छात्रों को अवांटित किया जाएगा. यह प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन होगी. पहले एक छात्रावास खोला जाएगा. इसमें आरक्षण नियमों का पालन किया जाएगा. किसी भी छात्रावास में एक जाति विशेष के छात्रों का आवंटन नहीं होगा. कुलपति ने को लिखित तौर पर रिपोर्ट मांगी है. इसके बाद पटना कॉलेज के प्राचार्य प्रो. तरुण कुमार के साथ बैठक होगी. इसपर छात्रावास खोलने पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा.
हॉस्टल का आवंटन पहले की तरह होगा या कुलपति के प्रस्ताव के अनुसार इसे किया जाएगा यह तय होने के बाद आवंटन फॉर्म की तिथि निकाली जाएगी. बैठक में छात्र कल्याण पदाधिकारी प्रो अनिल कुमार, कुलानुशासक प्रो रजनीश कुमार और चारों हॉस्टल के छात्रों के साथ बैठक में मौजूद थे. प्रॉक्टर प्रो. रजनीश कुमार ने बताया कि पटना कॉलेज के प्राचार्य और प्रशासन से राय लिया जाएगा. विश्वविद्यालय की पहचान छात्रों से होती है. इनकी समस्या का समाधन किया जाएगा. हालांकि छात्रों को भी विश्वविद्यालय के पक्ष को ध्यान में रखना होगा.
