पॉश इलाके में बना रहे थे अवैध फटाखा, अचानक हुआ विस्फोट

हरदोई। हरदोई में दिवाली के नजदीक आते ही जनपद बारूद के ढेर पर बैठ जाता है। जनपद में बड़े स्तर पर अवैध पटाखा बनाने का काम होता है जिसके चलते प्रत्येक वर्ष कई हादसे भी होते हैं और उन हादसों में लोग अपनी जान भी गवा देते हैं। हालांकि पटाखा बनाने के लिए केंद्र सरकार से लाइसेंस की आवश्यकता होती है लेकिन त्यौहार नजदीक आते ही जनपद के कई क़स्बो व ग्रामीण क्षेत्रों में अवैध पटाखा बनाने का काम जोरो से शुरू हो जाता है। चंद मुनाफे के खातिर अवैध पटाखा बनाने वाले लोग ना तो अपनी जान की परवाह करते हैं और ना ही दूसरे के जान की।

12 नवंबर को दिवाली है ऐसा में जनपद में पटाखे का कारोबार खूब फल फूल रहा है। जनपद के कई क़स्बो में अवैध पटाखे बनाने का काम जारी है। गोपामऊ में अवैध पटाखे के कारखाने में विस्फोट होने से एक की मौत हो गई जबकि दो लोग गंभीर रूप से झुलस गए। धमाका इतना तेज था कि आसपास के घरों में कंपन आ गई। लोग डर से बाहर भागने लगे। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने घायलों को उपचार के लिए स्थानीय सीएससी में भर्ती कराया जहां डॉक्टरों ने हालात को गंभीर देखते हुए जिला अस्पताल रेफर कर दिया। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस अधीक्षक केशव चंद्र गोस्वामी घटनास्थल पर पहुंचे और मामले की छानबीन शुरू कर दी है। पुलिस द्वारा जांच के बाद आवश्यक विधि कार्रवाई किए जाने की बात कहीं जा रही है।
पिहानी थाना क्षेत्र के गोपामऊ कस्बे के रिहायशी इलाक़े मोहल्ला बड़ी बाजार निवासी तोहिद पुत्र जुम्मन पटाखे बनाने का काम करता था। जुम्मन खाली पड़े एक मकान में अवैध पटाखे बना रहा था। उसके साथ मोहल्ला मिश्राना के राहुल पुत्र राजकुमार और कंचननारी गांव निवासी हरपाल पुत्र सुरेंद्र उर्फ छोटे भी कार्य कर रहा था। इसी दौरान पटाखा बनाते समय अचानक बारूद में तेज विस्फोट हो गया। इस हादसे में तोहिद, राहुल व हरपाल तीनों लोक बुरी तरह से झुलस गए। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने तीनों घायलों को एंबुलेंस की सहायता से पहले स्थानीय सीएससी भिजवाया जहां डॉक्टरों ने हालत गंभीर देखते हुए जिला अस्पताल रेफर कर दिया। इलाज के दौरान हरपाल की मौत हो गई जबकि शाहिद की हालत गंभीर देखते हुए डॉक्टरों ने उसे लखनऊ रेफर कर दिया है वहीं राहुल का हरदोई जिला अस्पताल में उपचार जारी है राहुल की हालत स्थिर बनी हुई है।
घटना की जानकारी लगते ही पुलिस अधीक्षक केशव चंद्र गोस्वामी घटनास्थल पर पहुंचे और हादसे को लेकर बारीकी से जांच की साथ ही घटना स्थल के आसपास रह रहे लोगों से भी जानकारी जुटाई। पुलिस अधीक्षक केशव चंद्र गोस्वामी ने बताया कि अवैध तरीके से पटाखे बनाने का काम किया जा रहा था। तोहिद के घर में बगैर लाइसेंस के पटाखे बनाए जा रहे थे। उसके पास पटाखा बनाने का कोई लाइसेंस भी नहीं है। पूरे मामले की गहनता के साथ जांच की जा रही है। गैर कानूनी तरीके से पटाखा बनाने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी।
गोपामऊ में आतिशबाजी के तीन लाइसेंस जारी हैं लेकिन कस्बे से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक अवैध पटाखा बनाने का कारोबार भी बदस्तूर जारी है। गोपामऊ में हुए हादसे के बाद पुलिस प्रशासन की नींद टूटी है और पुलिस प्रशासन द्वारा पटाखे बनाने वालों के लाइसेंस की जांच तेज कर दी है। कस्बे में अकील उर्फ़ बुद्धा पुत्र अलाउद्दीन व उसके भाई जाहिद उर्फ बाबा और मुन्ना और कमरुद्दीन पुत्र खुदाबख्श के नाम ही केवल आतिशबाजी बनाने का लाइसेंस है बाकी कस्बे में किसी के पास भी आतिशबाजी बनाने का कोई भी लाइसेंस नहीं है जो भी आतिशबाजी बना रहा है वह अवैध तरीक़े से कार्य कर रहा है। हरदोई में गोपामऊ से पहले सांडी और पिहानी में भी आतिशबाजी बनाते समय विस्फोट होने से कई लोग झूलस चुके हैं। यह हादसा प्रत्येक वर्ष होते हैं लेकिन फिर भी इन हादसो को रोकने के लिए समय रहते पुलिस प्रशासन कोई भी ठोस कार्यवाही नहीं करता है।