मानव तस्करी करते दंपत्ति गिरफ्तार, 3 बच्चों को लाखों में था बेचा

कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर सेंट्रल स्टेशन से बच्चों को चुराकर बेचने वाले पति-पत्नी को पुलिस ने जालंधर से गिरफ्तार किया है. दोनों ने बच्चों को पैसे के लिए एक निसंतान दंपति को बेच दिया था. पुलिस के मुताबिक, आरोपी पति-पत्नी बच्चों को निसंतान दंपति को 20-20 हजार रुपये में बेच देता था. फिलहाल, पुलिस यह जांच करने में लगी है कि अभी तक उन दोनों ने कितने बच्चों को बेचा है. जानकारी के मुताबिक, सात महीने पहले मैनपुरी की रहने वाली एक महिला यात्रा कर कानपुर सेंट्रल स्टेशन पहुंची थी. इस दौरान उसके एक महीने के दो जुड़वां बच्चे के साथ उसका दो साल का बच्चा चोरी हो गया था. इसके बाद महिला ने बच्चे चोरी की शिकायत पुलिस से की. पुलिस ने मामला दर्ज कर बच्चों की तलाश में जुट गई. इस दौरान पुलिस को सीसीटीवी फुटेज में पति-पत्नी के जोड़े को बच्चों को ले जाते देखा गया.
पुलिस तभी से उनकी पहचान में लगी थी. वहीं, बच्चों की मां का कहना था कि यह दोनों पति-पत्नी ट्रेन में मिले थे. इसके बाद उन्होंने बच्चों के साथ खेलने के नाम पर दोस्ती की थी. ट्रेन से उतरने के बाद प्लेटफार्म पर बच्चों के कपड़े धोने थे. इन लोगों ने बच्चों के देखभाल करने की बात कह कर मुझे कपड़ा धोने के लिए टॉयलेट में भेज दिया. फिर मैं लौट कर आई, तो मेरे बच्चों के साथ दोनों पति-पत्नी गायब थे. पीड़ित मां का कहना है कि मेरे बच्चे सात महीने पहले चोरी हो गए थे. तब से मैं परेशान थी. बच्चे को खोजने में पुलिस ने बहुत मदद की है. मेरे बच्चे मिल गए हैं. मैं अब अपने बच्चों को लेकर के ससुराल जाऊंगी. मामले में जीआरपी इंस्पेक्टर आरके द्विवेदी ने बताया, “कानपुर पुलिस ने बलिया के रहने वाले अजय गुप्ता और उसकी पत्नी रेनू गुप्ता को गिरफ्तार किया है. इन दोनों के तीन बच्चे हैं. इन दोनों ने ही महिला के बच्चों को चुराया था और जालंधर में ले जाकर के बच्चों को एक निसंतान मां-बाप को 20-20 हजार रुपये में बेच दिया था. पुलिस अभी इस बात की जांच कर रही है कि आखिर उन्होंने कितने को बच्चों को बेचा है.”
