राज्यपाल ने दिया बड़ा बयान

सोलन। राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने कहा कि मैं हिमाचल की उन्नति के लिए आया हूं न कि कोई विवाद खड़ा करने के लिए। मेरी समीक्षा बैठक से सरकार को ही फायदा होता है। इससे अधिकारी तेज होते हैं और काम को पूरा कर रहे हैं। उधर, प्रदेश सरकार भी इस तरह की बैठक करती है और हम भी करते हैं। यदि किसी राज्य में काम पूरा हो रहा हो तो सरकार के लिए भी अच्छा है और राजभवन के लिए भी अच्छा है। उन्होंने सोलन में पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में समीक्षा बैठक को लेकर सरकार व राजभवन के बीच संबंध को लेकर पूछे गए सवाल में ये बातें कहीं। उन्होंने कहा कि छोटी-मोटी बात हो सकती है। मतभेद कोई होगा तो होगा, मनभेद कोई होगा तो होगा लेकिन हम लोगों में विवाद की स्थिति अभी आई नहीं है। भविष्य तो मैं भी नहीं जानता हूं।

मैं अपने तौर पर संवैधानिक दायित्व का ही निर्वहन करूंगा। विदित रहे कि वर्ष 2016 में इस प्रकार की बैठकों को लेकर तत्कालीन वीरभद्र सरकार नाराज हो गई थी। वर्तमान सरकार व राजभवन के बीच फिलहाल अच्छे सम्बन्ध हैं। प्रदेश विश्वविद्यालय में छात्रों को अपनी एडमिशन के साथ नशा न करने का शपथ पत्र देना होगा। फिर नशा करते पकड़े गए तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि प्रदेश में विश्वविद्यालय के कुलाधिपति होने के नाते अपने सचिव को कहा है कि सभी विश्वविद्यालयों को निर्देश दें कि प्रवेश के दौरान सभी छात्रों से शपथ पत्र आएगा कि हम नशा नहीं करेंगे। हम कड़ाई भी करेंगे और हिमाचल से नशे को दूर करने का काम भी करेंगे। उन्होंने बताया कि नशे के खिलाफ काम करने के लिए उन्हें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ही निर्देश दिए थे। प्रधानमंत्री ने कहा है कि हिमाचल में नशे को जड़ से समाप्त करने के लिए काम करना। मैं आते ही नशे को दूर करने की दिशा मेंकाम कर रहा हूं।