ग�?जरात में मंदिर तोड़े जाने पर ग�?स�?सा

दिल�?ली: जैनियों ने रविवार को देश भर में बड़े पैमाने पर विरोध प�?रदर�?शन किया। हेमंत सोरेन सरकार द�?वारा गिरिडीह जिले की पारसनाथ पहाड़ियों में जैनियों के पवित�?र तीर�?थस�?थल को पर�?यटन क�?षेत�?र घोषित करने के साथ-साथ हेमंत सोरेन सरकार द�?वारा ग�?जरात, महाराष�?ट�?र, �?ारखंड, मध�?य में जैनियों के लि�? लि�? ग�? निर�?णय के साथ ग�?जरात के पलिताना में जैन मंदिर तोड़े जाने पर प�?रदेश, कर�?नाटक और अन�?य राज�?यों ने विरोध किया। रैली में बड़ी संख�?या में जैन समाज के लोगों ने भाग लिया। राष�?ट�?रीय राजधानी दिल�?ली में इंडिया गेट पर जैनियों का ह�?जूम उमड़ पड़ा। उन�?होंने �?ारखंड सरकार से मांग की कि वह सम�?मेद शिखरजी को पर�?यटन क�?षेत�?र घोषित करने के विचार को त�?याग दे। जैन धर�?म के दो संप�?रदाय दिगंबर और श�?वेतांबर भी सम�?मेद शिखरजी को परम पवित�?र स�?थान मानते हैं। जैनियों का मानना है कि 24 में से 20 तीर�?थंकरों ने यहां मोक�?ष प�?राप�?त किया था।
