अंधेरे में सड़क के गड्ढे बन रहे जानलेवा; चोरी और छिनैती की घटनाएं बढ़ीं

झारखण्ड | मानसून में रांची सड़कें खतरनाक हो गई हैं। 60 हजार स्ट्रीट लाइट्स में करीब 15 हजार खराब हैं या किसी कारणवश नहीं जल रहीं। 10 हजार से अधिक पोल ऐसे हैं, जिनमें लाइट्स नहीं हैं। स्थानीय लोगों और पूर्व पार्षदों ने खाली पोल पर लाइट लगाने को दर्जनों आवेदन नगर निगम को दिए, पर कोई सुनवाई नहीं हुई। अंधेरा होते ही चोरी-छिनतई व छेड़खानी की घटनाएं बढ़ी हैं। सड़कों पर खोदे गड्ढे हादसे की आशंका बढ़ा रहे हैं।
राजपथ कहे जानेवाले हरमू रोड में 35 से अधिक लाइट्स खराब हैं। हरमू पुल से सहजानंद चौक तक डिवाइडर के बीच में पोल पर लगे पैनल बॉक्स टूटकर झूल रहे हैं। कई पैनल बॉक्स के तार बाहर निकले हैं, जिससे हादसे की आशंका है। निगम के टॉल फ्री नंबर 18001803580 पर रोजाना 30-35 फोन लाइट मरम्मत की आ रही है। इनमें से 10-20 की ही मरम्मत होती है।
खराब लाइट्स की ये वजह
केबल काफी पुराने हो चुके हैं। 15 वर्षों से बदला नहीं गया। निगम ने इसे लेकर कोई प्लानिंग ही नहीं की।
कई क्षेत्रों में लाइट के स्पेयर पार्ट्स खराब हैं। निगम से पेमेंट न होने से एजेंसी ईईएसएल नया पार्ट्स नहीं ला रही।
