आज अहमदाबाद का 613वां जन्मदिन है, शहर की स्थापना 1411 में हुई थी

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। अहमदाबाद को आज 612 साल पूरे हो गए हैं, लेकिन इन सालों में शहर की पहचान बदलती रही है। कभी अपने द्वारों और द्वारों के लिए जाना जाने वाला अहमदाबाद आज एक विरासत शहर के रूप में जाना जाता है। कभी सिदी सैयद की जाली और कांकरिया झील अहमदाबाद की पहचान हुआ करती थी, आज अटल ब्रिज और रिवरफ्रंट अहमदाबाद की नई पहचान बन गए हैं।

इस दिन परंपरा के अनुसार मानेक बुर्ज में पूजा-अर्चना की जाएगी। मानेक बुर्ज का धजा बदला जाएगा, पूजा होगी। हर साल मानेकबुर्ज मनाया जाता है। अहमदाबाद की स्थापना 26 फरवरी 1411 को हुई थी। इसलिए अहमदाबाद के स्थापना दिवस पर मानेकचौक में मानेकनाथ की समाधि पर महापौर और मानेकनाथजी के वंशजों द्वारा पूजा और आरती की जाती है। महापौर सहित नगर पालिका के अधिकारी मौजूद रहेंगे
साबरमती के तट पर स्थित अहमदाबाद आज मेट्रो शहर बन गया है
आधुनिक युग का यह धड़कता हुआ अहमदाबाद विकास की खाई को पाट रहा है। अहमदाबाद की उपलब्धियां हर दिन छलांग और सीमा से आगे बढ़ रही हैं। भव्य महल, ऐतिहासिक द्वार, इतिहास को आइना दिखाने वाले पौराणिक स्थलों की विरासत अहमदाबाद की शान में चार चांद लगाती है। अहमदाबाद की इस गौरवशाली विरासत पर केवल अहमदाबादवासी ही नहीं बल्कि पूरे गुजरातियों को गर्व है।