बायोडीजल प्लांट के नाम पर 1.05 करोड़ ठगे

कानपुर । बायोडीजल रिफाइनरी प्लांट लगाने के नाम पर तीन आरोपियों ने एक महिला से 1.05 करोड़ रुपये की ठगी कर ली। प्लांट लगाने में आनाकानी करने पर महिला को फर्जीवाड़े का शक हुआ। रकम वापसी का दबाव बनाने पर जालसाजों ने अपहरण कर हत्या करने की धमकी दी। पीड़िता ने कोर्ट के आदेश पर सचेंडी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है।

मकड़ीखेड़ा, आजाद नगर निवासी ऊषा द्विवेदी ने बताया कि बायोडीजल रिफाइनरी प्लांट लगाने के लिए इंटरनेट पर खोज करते हुए उनकी मुलाकात मध्यप्रदेश निवासी शैलेंद्र द्विवेदी व मंजरी बुंदेला से हुई। शैलेंद्र ने खुद को भारतीय बायोडीजल का प्रोपराइटर व मंजरी को भारत सरकार का मान्यता प्राप्त इंजीनियर व सर्वेयर बताते हुए 1.20 करोड़ रुपये में प्लांट लगाने की बात कही।
सितंबर 2019 में शैलेंद्र व मंजरी आए और जमीन देखकर प्लांट का खर्च 1.05 करोड़ बताया। ऊषा के अनुसार फरवरी 2020 में उन्होंने आईसीआईसीआई बैंक के खाते में यह रकम रकम ट्रांसफर कर दी। लेकिन आरोपियों ने प्लांट नहीं लगाया। दिसंबर 2021 में कानूनी कार्रवाई का दबाव बनाने पर छह माह में प्लांट लगाने का अनुबंध किया।
ठगी का शक होने पर वह आरोपियों के बताए पते पर पहुंची तो पता फर्जी निकला। वहां लोगों ने बताया कि शैलेंद्र और उसके साथियों ने मध्य प्रदेश निवासी मुकेश राजपूत का भी धन हड़प लिया है।
ऊषा का आरोप है कि रकम वापसी का दबाव बनाने पर जून 2023 में मंजरी बुंदेला ने समझौता करने के लिए चकरपुर मंडी बुलाया, जहां शैलेंद्र, मंजरी व रजनीश मिले। उन्होंने रकम मांगने पर अपहरण कर हत्या करने की धमकी दी। मामले की शिकायत सचेंडी पुलिस व पुलिस कमिश्नर से की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इस पर उन्होंने कोर्ट की शरण ली। कोर्ट के आदेश से तीनों आरोपियों के खिलाफ सचेंडी थाने में रिपोर्ट दर्ज की गई है।