दिगंबर जैन मंदिर में भक्तों की जुटी भीड़

सिवान: जैनाचार्य शिरोमणि आचार्य श्री 108 विशुद्ध सागर जी महाराज एवं आर्यिका रत्न श्री 105 विमलप्रभा माता जी के मंगल आशीर्वाद से श्री दिगंबर जैन चंद्रप्रभु मंदिर में दस दिवसीय नवरात्रि महोत्सव सह विश्व शांति महायज्ञ के आठवें दिन अष्टमी तिथि के शृंगारकर्ता राजेश्वरी जैन पूरे परिवार सहित भक्ति करते हुए मंदिर पहुंचीं.
मंदिर में श्रद्धापूर्वक श्रीजी का पंचामृत अभिषेक, पूजन एवं महाशांतिधारा हुआ. दोपहर बाद देवी ज्वालामालिनी मां का दिव्य आह्वान व आराधना हुआ. तत्पश्चात देवी मां की भव्य गोद भराई, शृंगार एवं प्रसाद वितरण हुआ. मीडिया प्रभारी निलेश कुमार जैन ने बताया कि देवी ज्वालामालिनी मां का दिव्य दर्शन व आराधना करने के लिए सुबह से ही भक्तों की भारी भीड़ लगी रही. सायंकालीन कार्यक्रम में रंग-बिरंगे दीपों से सजी आरती थाल से श्रीजी का, यक्ष जी, देवी मां एवं क्षेत्रपाल जी का मंगल आरती हुई. तत्पश्चात भजन, शास्त्रत्त् प्रवचन, माता का झूला, रत्नों की वृष्टि एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम डांडिया हुआ.

स्वयंसेवक संघ ने किया पथ संचलन
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा दशहरा पर्व के उपलक्ष्य में शहर में पथ संचलन किया गया. शहर के न्यू एरिया स्थित एक निजी वाटिका से निकले स्वयं सेवक पुरानी जीटी रोड होते हुए करगहर मोड़ पहुंचे. जहां से वापस लौटकर न्यू एरिया पहुंचे.
इस दौरान गीत गुनगुनाते रहे. संचलन में स्वयंसेवकों घोष के साथ सभी स्वयं सेवक गणवेश में दंड लिए कदम से कदम मिलाकर पंक्ति में अनुशासित ढंग से चल रहे थे. तत्पश्चात शास्त्रत्त् पूजन का कार्यक्रम किया गया. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता आरएसएस के प्रांत प्रचारक ने संघ द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न कार्यों को बताया. शताब्दी समारोह के रूप में विजयादशमी उत्सव पर चर्चा की. भारत में हिंदुत्व को कैसे अक्षुण्ण रखा जाय, इस पर प्रकाश डाला. कहा हमें स्वयं समझना होगा कि राष्ट्र विरोधी शक्तियों से कैसे निपटें. कहा समय-समय पर आसुरी शक्तियों के बारे में समाज को बताने की आवश्यकता है, जो कि संघ इस कार्य को कर रही है.