नवरात्रि के चौथे दिन ऐसे करें मां कूष्मांडा की पूजा,माँ की होगी कृपा

आज यानी 18 अक्टूबर को शारदीय नवरात्रि का चौथा दिन है जो कि मां दुर्गा के चौथे स्वरूप को समर्पित है इस दिन माता के कूष्मांडा रूप की पूजा आराधना की जाती है मान्यता है कि माता के इस रूप की साधना करने से सभी तरह के दुख दूर हो जाते हैं और धन संपदा का आशीर्वाद मिलता है। तो ऐसे में आज हम आपको मां कूष्मांडा की संपूर्ण पूजा विधि के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान कर रहे हैं।

मां कूष्मांडा की पूजा विधि—
शारदीय नवरात्रि के चौथे दिन माता के कूष्मांडा स्वरूप की पूजा की जाती है। ऐसे में आज के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करें इसके बाद पूजन स्थल पर कुमकुम, मौली, अक्षत, पान के पत्ते, केसर और श्रृंगार आदि श्रद्धा से अर्पित करें फिर सफेद कुम्हड़ा माता को अर्पित करें।
इसके बाद दुर्गा चालीसा का पाठ कर अंत में घी का दीपक और कपूर जलाएं और देवी की आरती पढ़ें। फिर आरती के दीपक को पूरे घर में दिखा माना जाता है कि ऐसा करने से घर की नकारात्मकता दूर हो जाती है और सकारात्मकता का संचार होता है।
आज के दिन अगर मां कुष्मांडा की पूजा कुवारी कन्याएं करती है तो उन्हें मनचाहे वर की प्राप्ति होती है। नवरात्रि के चौथे दिन माता को मीठी दही या मालपुए का भोग जरूर लगाएं और खुद भी ग्रहण करें। इसके अलावा देवी पूजा में लाल रंग के गुड़हल और गुलाब के पुष्प भी अर्पित करें।
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