फोन में न रखे ये app

एंड्रॉइड यूजर्स की प्राइवेसी एक बार फिर खतरे में है। अब एक मैलवेयर ऐप सामने आया है जो एंड्रॉइड यूजर्स के फेसबुक, व्हाट्सएप और टेलीग्राम जैसे प्राइवेट मैसेजिंग ऐप को ट्रैक कर सकता है और मैसेज पढ़ सकता है। गूगल ने इस ऐप को अपने प्ले स्टोर से हटा दिया है। बेहतर होगा कि आप भी इसे तुरंत अपने फोन से डिलीट कर दें।साइबर फर्म Cyfirma ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा है कि SafeChat ऐप यूजर्स के लिए सुरक्षित नहीं है। भले ही इसका नाम सेफ है लेकिन यह ऐप किसी भी कीमत पर सेफ नहीं है। यह ऐप यूजर्स की जासूसी करता है और उनके निजी मैसेज पढ़ता है।माना जा रहा है कि इस ऐप के पीछे भारतीय हैकिंग ग्रुप बहामुत का हाथ है। सेफचैट ऐप यूजर्स के सभी सोशल मीडिया चैटिंग ऐप्स पर नजर रखता है।
साल 2022 में इसी ग्रुप ने लोगों को ट्रैक करने और जासूसी करने के लिए डमी वीपीएन ऐप डिजाइन किए थे. साइफिरमा की रिपोर्ट के मुताबिक, अगर बहामुत ग्रुप का स्पाइवेयर इनेबल हो तो किसी भी डिवाइस को रिमोट से कंट्रोल किया जा सकता है। इस ग्रुप के स्पाइवेयर की मदद से यूजर्स के फोन की हर जानकारी हासिल की जा सकती है।सेफचैट जैसे मैलवेयर ऐप यूजर्स के इंटरनेट कनेक्शन, आईपी एड्रेस, सिम कार्ड सीरियल नंबर आदि के बारे में भी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सेफचैट सुरक्षित और संरक्षित चैटिंग का दावा करता है लेकिन यह खुद यूजर्स की जासूसी करता है। अगर आपके फोन में भी सेफचैट ऐप इंस्टॉल है तो इसे तुरंत डिलीट कर दें।
