प्रदेश भर में डी वार्मिंग अभियान 29 नवंबर से, आठ जिलों को इंतजार

शिमला। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत प्रदेश के सभी स्कूलों डी वार्मिंग अभियान शुरू होने वाला है। यह अभियान 29 नवंबर से शुरू होगा, लेकिन अभी तक प्रदेश के आठ जिलों में डी वार्मिंग यानी पेट के कीड़े मारने वाली दवा नहीं पहुंची है। इन जिलो में मंडी, कुल्लू, बिलासपुर, हमीरपुर, सोलन, सिरमौर और ऊना में दवा नहीं है। चार जिलों मे कम दबा है। स्कूलों बच्चों को पेट के कीड़े मारने की टेबलेट है। बताया जा रहा है कि जिन कंपनी से यह दवा एनएचएम खरीदता था उसका सैंपल फेल हो गया है और टेंडर का समय भी खत्म हो गया है, जिससे दवा की परचेस नहीं हो रही है। अब सरकार इतने जल्दी पीएसयू कंपनी से दवा खरीद सकती है लेकिन अभी तक नहीं खरीदी गई।

ऐसे में एनएचएम के पास जिलों से दवा नहीं पहंचने की शिकायतें भी आ रही है। पेट में कीड़े स्कूल विद्यार्थियों के लिए गंभीर बीमारी है। पेट में कीड़े होने से शरीर में ताकत व खून की कमी होनी शुरू हो जाती है। उन्होंने कहा कि पेट के कीड़ों का इलाज संभव है। एक वर्ष की आयु से 19 वर्ष की आयु के सभी बच्चों को साल में दो बार कीड़े की दवाई जरूर खानी चाहिए। एनएचएम की मिशन निदेशक प्रियंका वर्मा का कहना है कि अभियान शुरू होने में अभी कुछ दिनों का समय है, जहां पर दवा की कमी होगी वहां पर दवाई उपलब्ध करवाई जाएगी। एनएचएम के पास डी वार्मिंग टेबलेट का स्टाक उपलब्ध है। जैसे जैसे अभियान चलता जाएगा सभी जगहों पर डी वार्मिंग टेबलेट पहुंचा दी जाएगी। सभी बच्चों को डी वार्मिंग की टेबलेट दी जाएगी, किसी भी स्कूल में दवा की कमी नहीं आने दी जाएगी।