नया जिला सांचौर बने हुआ एक माह, बागोड़ा में जुटे 28 पंचायतों के लोग

जालोर। सांचौर जिले से हटाकर जालोर में जोडऩे की मांग को लेकर बागोड़ा उपखंड मुख्यालय पर एक दिवसीय महापड़ाव रखा। क्षेत्र के 28 पंचायत के 3 हजार लोग महापड़ाव में जुटे। सभी लोगों ने हाथ उठाते हुए वादा किया की किसी भी हालात में सांचौर जिले में नहीं जुड़ेंगे। हमारा जिला जालोर ही रखा जाए। इस दौरान धरने को संबोधित करते हुए कई लोगों ने नेताओं को जमकर कोसा। उन्होंने कहा कि इन नेताओं की वजह से आज लोगों को धरना प्रदर्शन करना पड़ रहा है। धरने को लेकर बुधवार को बागोड़ा कस्बा पूर्ण रूप से बंद रहा। दुकानदार दुकानों पर ताला लगाकर धरने में शामिल हो गए। ग्रामीणों ने 9 सितंबर से उपखंड मुख्यालय पर ग्राम पंचायत के प्रतिनिधि अनशन पर बैठेंगे।
धरने को संबोधित करते हुए पूर्व प्रधान धूखाराम राजपुरोहित ने कहा कि 17 दिनों से बागोड़ा उपखंड को पुन: जालोर जिले में सम्मिलित करने की मांग को लेकर धरना चल रहा है। सरकार का कोई प्रतिनिधि नहीं पहुंचा हैं। इसलिए महापड़ाव का रुख करना पड़ा। उन्होंने कहा कि विधायक पूराराम चौधरी, पूर्व विधायक डॉ समरजीत सिंह राठौड़ एवं उमसिंह चांदराई आगामी आचार संहिता लगने से पहले भीनमाल को जिला बनाए या बागोड़ा को वापिस जालोर जिले में सम्मिलित कराए। उन्होंने कहा अभाव अभियोग निराकरण समिति के अध्यक्ष पुखराज पाराशर एवं मंत्री सुखराम बिश्नोई ने जिले की वाट लगा दी है। इस दौरान नरिंगाराम चौधरी, नांदिया सरपंच हिंगलाज दान, मदन सिंह चौहान ने भी संबोधित किया।
रानीवाडा संघर्ष समिति के बैनर तले चल रहे धरने में 21वें दिन आखराड़ ग्राम पंचायत के ग्रामीणों ने पहुंचकर विरोध प्रदर्शन किया। विधायक नारायण सिंह देवल ने कहा कि राजस्थान सरकार ने नए जिला निर्माण के लिए आयोग बनाया मगर न आयोग के सदस्य और न सरकार के किसी अधिकारी ने क्षेत्र की जनता से जनसंपर्क किया। उप सरपंच नानजीराम देवासी ने कहा कि भीनमाल जिला बनने के सभी मापदंडों पर खरा उतरता है, क्षेत्रवासियों की मांग के साथ-साथ सभी जनप्रतिनिधि पूर्व जनप्रतिनिधियों समेत 36 कौमों की मांग के अनुसार रानीवाड़ा क्षेत्र को नवीन जिला भीनमाल बनाकर उसमें जोड़ें या यथावत जालोर जिले में रखा जाए। मांग नहीं मानने पर देंगे इस्तीफा : सरपंच… किसान नेता व धुबंडिय़ा सरपंच गणेशाराम चौधरी ने कहा कि जल्द बागोड़ा को वापस जालौर जिले में सम्मिलित नहीं किया तो बागोड़ा उपखंड के 28 पंचायत के सभी सरपंच व वार्ड पंच इस्तीफा देंगे।
