यूजीसी ने 1247 ऑनलाइन कोर्स की दी मंजूरी

गया: विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने 1247 ऑनलाइन कोर्स की मंजूरी दी है. यूजीसी के ‘स्वयं’ के बोर्ड की स्वीकृति के बाद छात्र-छात्राएं ऑनलाइन माध्यम से स्नातक और स्नातकोत्तर में नामांकन ले सकते हैं.
इसके अलावा नॉन इंजीनियरिंग में 154, यूजी व पीजी इंजीनियरिंग में 743, इग्नू में 225 डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्स, आईआईएम में मैनेजमेंट के 63, यूजीसी के चार, अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद के 18, कोर्स में नामांकन 2024 जनवरी से करा सकते हैं.
अधिसूचना के अनुसार 2024 में इन कोर्स की परीक्षा 18, 19, 25 और 26 मई को होगी. यूजीसी ने सभी राज्यों व विवि को पत्र लिख कर जानकारी दी है. छात्रों को दाखिला लेने के लिए जागरूक करने को भी कहा गया है. यूजीसी के अध्यक्ष प्रो. एम जगदीश कुमार ने कहा कि उच्च शिक्षा सचिव की अध्यक्षता में स्वयं बोर्ड की बैठक में 1247 कोर्स मंजूर किए गए हैं. यूजीसी ने बौद्धधर्म के अध्ययन पर आधारित चार कोर्स भी इसमें जोड़े हैं. इन सभी को यूजीसी (क्रेडिट फ्रेमवर्क फॉर ऑनलाइन लर्निंग कोर्स थ्रू स्टडी वेब्स ऑफ एक्टिव-लर्निंग फॉर यंग एस्पायरिंग माइंड्स) नियमावली 2021 के तहत मंजूरी दी गयी है.

इन विवि में होगी पढ़ाई:
ये ऑनलाइन कोर्स बनारस हिंदू विवि, केंद्रीय विवि पंजाब (बठिंडा), नेशनल लॉ विवि दिल्ली, कश्मीर विवि, गुजरात विवि, हिमाचल विवि, जवाहर लाल नेहरू विवि, एम्स, गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विवि दिल्ली, पंजाबी विवि, पटियाला,केंद्रीय विवि हरियाणा, कुरुक्षेत्र विवि, चौधरी देवी लाल विवि,दयालबाल एजुकेशन इंस्टीट्यूट, पंजाब विवि चंडीगढ़, एचएनवी गढ़वाल यूनि, दून विवि, डॉ. हरिसिंह गौड़ विवि, देवी अहिल्या विवि, सावित्रीबाई फूले विवि में होंगे.
क्या है ‘स्वयं’
स्टडी वेब्स ऑफ एक्टिव लर्निंग फॉर यंग एस्पायरिंग माइंड्स का संक्षिप्त रूप है. यह शिक्षा नीति के तीन प्राथमिक सिद्धांतों – पहुंच, गुणवत्ता व समानता को प्राप्त करने के लिए डिज़ाइन किया गया है. यह उनके लिए डिजिटल विभाजन को पाटता है जिन्होंने अब तक डिजिटल क्रांति का अनुभव नहीं किया है. स्वयं ऑनलाइन प्लेटफॉर्म स्कूल, स्नातक, स्नातकोत्तर, इंजीनियरिंग, कानून और अन्य व्यावसायिक कोर्स को कवर करते हुए 2000 पाठ्यक्रमों की मेजबानी करने में सक्षम है.