गोविन्ददेव ने चांदी के बने रथ में राधा के साथ नगर भ्रमण किया

अलवर। तीन दिवसीय गोविंददेव महोत्सव के पहले दिन सोमवार को बजाजा बाजार स्थित महावर गोविंददेव मंदिर से शोभायात्रा निकाली गई. पहली बार भगवान गोविंददेव ने चांदी के बने और फूलों से सजाए गए रथ में सवार राधा के साथ नगर का भ्रमण किया। चांदी के बने रथ में विराजमान भगवान गोविंददेव की मूर्ति को फूलों से सजाया जाने के बाद सुबह आरती की गई। मुख्य अतिथि रामपी गुप्ता, समाजसेवी बद्रीप्रसाद दोषी, आजाद बाबू ठेकेदार, सीए श्रीकिशन गुप्ता, केदार नाथ गुप्ता, गुरुदयाल गुप्ता ने हरी झंडी दिखाकर शोभायात्रा को रवाना किया। शाभयात्रा में घोड़े, बैंड, ताशपार्टी, डीजे, गणेश जी, वृंदावन से आई इस्कॉन मंडली हरे राम राम हरे हरे कृष्ण कृष्ण हरे हरे का जयकारा लगाती हुई शभयात्रा में श्रद्धालुओं ने भजनों पर नृत्य किया।
चुनरी साड़ी पहनी 300 महिलाएं कलश लेकर झूम रही राधा- कृष्ण की झांकी, राधाकृष्ण नृत्य , रामदरबार, रुक्मणी एक घोड़ा गाड़ी में सवार और भगवान कृष्ण, भगवान शिव गणों के साथ तांडव नृत्य करते हुए। शोभायात्रा में बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। कई श्रद्धालु नंगे पांव थे। शाभायात्रा मुख्य मार्गों से होते हुए महावर गोविंददेव मंदिर पहुंची। रास्ते में जगह-जगह पुष्पवर्षा कर शोभायात्रा का स्वागत किया गया। इससे पहले सुबह गणेश पूजन व ध्वजारोहण के कार्यक्रम हुए, जिनके अतिथि रतनलाल गुप्ता, सुरेश कुमार गुप्ता हुंडीवाले, मनोज गुप्ता, सुरेश गुप्ता आदि थे।
