घुमंतू समाज छात्रावास में हुआ चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन

राजसमंद। आमेट उपखण्ड मुख्यालय पर स्थित भारतीय संस्कृति अभ्युत्थान न्यास, उदयपुर द्वारा संचालित परमपूज्य डॉ. हेडगेवार घुमन्तु समाज छात्रावास में चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। रविवार को दोपहर 12 बजे स्मार्ट मांटेसरी स्कूल की देखरेख में चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता में छात्रावास में रहकर कक्षा 5 से 9 तक अध्ययनरत 30 से अधिक बच्चों ने भाग लिया। बच्चों ने प्रकृति संरक्षण विषय पर अपनी तूलिका के माध्यम से अपनी कला उकेरी। बच्चों की पेंटिंग के माध्यम से हम प्रकृति को कैसे बचा सकते हैं।
संस्था के अमित विजय वर्गीय ने कहा कि कला हमारी संस्कृति है। आज हम अपनी कला के माध्यम से समाज को कोई भी संदेश दे सकते हैं। वाहनों से निकलने वाला धुआं, कारखानों से निकलने वाला मलबा, पेड़ों की अंधाधुंध कटाई, प्लास्टिक का उपयोग आदि हमारी प्रकृति को नुकसान पहुंचा रहे हैं। आज यदि हम प्रकृति को नुकसान पहुंचाते हैं, भूस्खलन, बाढ़, अकाल, पानी की कमी, यह सब उसी के कारण है, जिसके लिए हम सभी जिम्मेदार हैं, इसलिए हमें छात्रावास और अपने घर के आसपास भी पेड़ लगाने चाहिए। छात्रावास वार्डन सुरेश कुमार ने बच्चों को विभिन्न प्रकार के पेड़-पौधों के बारे में जानकारी दी। वार्डन ने बताया कि इस छात्रावास में बंजारा, कालबेलिया, नायक, भाट, रेबारी, गाड़िया लोहार जैसी घुमंतू जातियों के बच्चे पढ़ते हैं। ऐसी प्रतियोगिताओं के आयोजन से उन्हें भी प्रोत्साहन मिलेगा।
