झारखंड: धनबाद के अस्पताल में लगी आग में दम घुटने से डॉक्टर दंपति, तीन अन्य की मौत

धनबाद में आरती मेमोरियल नर्सिंग होम के स्टोर रूम में शनिवार तड़के लगी आग में दम घुटने से एक डॉक्टर दंपति- डॉ. विकास हाजरा (75) और डॉ. प्रेमा हाजरा समेत कम से कम पांच लोगों की मौत हो गई.
आग में मारे गए अन्य लोगों में डॉ हाजरा का भतीजा और अस्पताल के दो अन्य कर्मचारी शामिल हैं।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, अस्पताल के सबसे ऊपरी तल पर डॉक्टर के आवास के बगल में स्थित स्टोर रूम में बीती देर रात आग लग गई.
माना जा रहा है कि स्टोर रूम में लगी आग धीरे-धीरे बगल के कमरों में फैल गई जिससे डॉक्टर के आवासीय परिसर में धुआं फैल गया. गनीमत यह रही कि अस्पताल में भर्ती मरीजों में से कोई भी प्रभावित नहीं हुआ।
अधिकारियों ने यह भी पुष्टि की कि आग को दूसरी मंजिल पर स्टोर रूम में लगभग 2 बजे देखा गया, जो बाद में पहली मंजिल स्थित आवासीय परिसर में फैल गया, जिसने डॉ हाजरा और अन्य लोगों को वहां से भागने का पर्याप्त समय नहीं दिया। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि आग शार्ट सर्किट से लगी है।
“प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत होता है कि शॉर्ट सर्किट के कारण स्टोर रूम में आग लगी थी। एसडीएम प्रेम कुमार तिवारी ने कहा कि जांच जारी है और मृतकों की पहचान की जा रही है।
इस बीच, पुलिस ने पांच लोगों की मौत की पुष्टि करते हुए कहा कि दमकल कर्मियों और स्थानीय प्रशासन की मदद से नौ अन्य को बचा लिया गया है। इन सभी को पाटलिपुत्र नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया है।
एक पुलिस अधिकारी ने कहा, “सभी पांच व्यक्ति अपने कमरे में बेहोश पाए गए और बाद में उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।” उन्होंने बताया कि इस घटना में डॉक्टर हाजरा का एक पालतू कुत्ता भी मारा गया। गौरतलब है कि आग पर काबू पाने के लिए छह टेंडर लगाए गए थे।
डॉ हाजरा के भाई ने बताया कि सरस्वती पूजा बड़े पैमाने पर मनाई जा रही है और इस अवसर पर उनके रिश्तेदार और उनके पैतृक गांव नदिया जिले के अन्य लोग भी आए थे।
विशेष रूप से, डॉ हाजरा राज्य में सबसे वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ थे और उनका नर्सिंग होम धनबाद में सबसे पुराना माना जाता है।
