तहसील प्रशासन ने कठोर कार्रवाई करते हुए सरकारी भूमि से अतिक्रमण हटाया

पाली। तहसील के राजस्व ग्राम देवली हुल्ला के अतिक्रमणकारियों द्वारा शासकीय भूमि पर बार-बार कब्जा करना भारी पड़ गया। तहसील प्रशासन ने सख्त कार्रवाई करते हुए बुधवार को करीब 25 बीघा जमीन से कांक्रीट का कब्जा हटवाकर सरकारी जमीन को कब्जा मुक्त कराया. तहसीलदार दीपक सांखला ने बताया कि उनके सामने ग्राम पंचायत देवली हुल्ला के ग्रामीणों के माध्यम से शिकायत मिली थी कि श्यामगिरी पुत्र त्रिलोकगिरी गोस्वामी व पिंकी पत्नी श्यामगिरी गोस्वामी लंबे समय से सरकारी जमीन पर कब्जा कर रहे हैं। उन्होंने एक शिव मंदिर परिसर के चारों ओर भी अतिक्रमण कर लिया है। राजस्व टीम ने आंशिक बेदखली भी की थी। लेकिन मगरीग्राम के बाहर होने के कारण रात में भी लगातार अतिक्रमण होता रहा। शिकायत मिलने के बाद तहसीलदार मौके पर पहुंचे तो देखा कि अतिक्रमणकारियों ने न केवल एक बड़े भूखंड पर कब्जा कर रखा है, बल्कि मौके पर चार-पांच पक्के मकान भी बना रखे हैं. मौके पर रोक लगाने की कार्रवाई की गई तो नेमाराम व सुरेशगिरी ने राजकीय कार्य में बाधा डाली, जिसके खिलाफ बगड़ी थाने में मामला दर्ज किया गया था. जिसमें सुरेश गिरी अभी तक पुलिस की गिरफ्त में नहीं आया है।
तत्पश्चात नायब तहसीलदार बागड़ी ने बाद में हुए अतिक्रमण की राजस्व अधिनियम धारा 91(3) के तहत सभी कानूनी प्रक्रिया पूरी कर श्यामगिरी पुत्र त्रिलोकगिरी व पिंकी गोस्वामी पत्नी श्यामगिरी को तीन माह के सिविल कारावास की सजा सुनाई. श्यामगिरी और पिंकी गिरी ने सजा के खिलाफ अपील की, जिसे अदालत एडीएम पाली ने खारिज कर दिया। बुधवार को अतिक्रमण हटाने के क्रम में तहसीलदार सोजत अपनी राजस्व टीम व एएसआई भवानी सिंह मय जाब्ता थाना बगड़ी के साथ मौके पर पहुंचे. नायब तहसीलदार नरपत सिंह व सरपंच प्रतिनिधि सत्यनारायण गुर्जर की मौजूदगी में अतिक्रमण की वीडियोग्राफी कराई गई। जेसीबी से फटी 500 मीटर की कंक्रीट की दीवार : दो जेसीबी से पांच सौ मीटर की कंक्रीट की बाउंड्रीवॉल को तोड़ा गया। श्यामगिरि ने अलग-अलग जगहों पर पत्थर की पटिया लगवाकर एक बड़े इलाके पर कब्जा कर लिया था। चार घंटे में लगातार पांच ट्रैक्टर ट्रॉलियों से कब्जा व मलबा हटाया गया। इसे सरकारी स्कूल के मैदान में पंचायत की देखरेख में रखा गया था। सुरेशगिरी ने पक्के मकान को तोड़ा।
