टीपू सुल्तान के वंशजों ने उनके नाम पर वोटों के ध्रुवीकरण के लिए कांग्रेस, बीजेपी की आलोचना की

बेंगलुरु (कर्नाटक) (एएनआई): टीपू सुल्तान के वंशजों ने टीपू सुल्तान के नाम का इस्तेमाल करने और आगामी कर्नाटक विधानसभा चुनाव में वोटों का ध्रुवीकरण करने की कोशिश करने के लिए भाजपा और कांग्रेस दोनों को नारा दिया है।
टीपू सुल्तान की सातवीं पीढ़ी के वंशज साहबजादा मंसूर अली ने कहा, “बीजेपी जहां टीपू सुल्तान को खलनायक के रूप में प्रोजेक्ट करने की कोशिश कर रही है, वहीं कांग्रेस अपने प्रशंसकों का वोट हासिल करने के लिए उन्हें हीरो के रूप में पेश करने की कोशिश कर रही है।”
उन्होंने कहा, “टीपू सुल्तान ने अपना खुद का इतिहास रचा है। जिस तरह से ऐतिहासिक शख्सियत के नाम का इस्तेमाल किया जा रहा है, वह बिल्कुल गलत है।”
उन्होंने कहा, “टीपू सुल्तान ने अंग्रेजों से लड़ते हुए देश के लिए अपनी जान कुर्बान कर दी।”
चुनाव के दौरान टीपू सुल्तान के उठाए जाने के मुद्दे पर बात करते हुए मंसूर अली ने कहा, ‘टीपू सुल्तान का विवाद 2015 में शुरू हुआ जब सिद्धारमैया कांग्रेस के मुख्यमंत्री बने और टीपू जयंती मनाई। जयंती सिर्फ नाम के लिए मनाई गई। समारोह का उद्देश्य मुसलमानों को कांग्रेस की ओर आकर्षित करना था।”
अली ने कहा कि उन्होंने वोटों के ध्रुवीकरण के लिए टीपू सुल्तान के नाम के अंधाधुंध इस्तेमाल के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर करने का फैसला किया है और कानूनी तैयारी कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘हमारे परिवार ने कानूनी कार्रवाई करने और टीपू सुल्तान के नाम पर वोटों के ध्रुवीकरण की कोशिश करने वालों (भाजपा और कांग्रेस) के खिलाफ मानहानि का मामला दायर करने का फैसला किया है। अगर ये राजनीतिक दल चुनाव में टीपू सुल्तान का मुद्दा उठाते हैं तो हम अदालत का रुख करेंगे।’ ,” उसने जोड़ा। (एएनआई)
