पू. सी. रेल ने मनाया 77वां स्वतंत्रता दिवस

इंद्रनील दत्त
असम। पूर्वोत्तर सीमा रेल और पूर्वोत्तर सीमा रेल (निर्माण संगठन) ने देश का 77 वां स्वतंत्रता दिवस धूमधाम से मनाया। केंद्रीय कार्यक्रम मालीगांव के एनएफआरएसए परिसर में आयोजित किया गया था, जहां पू. सी. रेल के महाप्रबंधक श्री चेतन कुमार श्रीवास्तव ने बड़ी संख्या में रेलकर्मियों और उनके परिवार के सदस्यों की उपस्थिति में राष्ट्रीय ध्वज फहराया। रे.सु.ब. टुकड़ियों, प्रादेशिक सेना, नागरिक सुरक्षा, भारत स्काउट्स एंड गाइड्स और स्कूली बच्चों द्वारा दिये गये एक प्रभावशाली गार्ड ऑफ ऑनर का उन्होंने निरीक्षण भी किया। पूर्वोत्तर सीमा रेल के सभी पांच मंडलों तिनसुकिया, लामडिंग, रंगिया, अलीपुरद्वार और कटिहार में भी स्वतंत्रता दिवस मनाया गया, जहां मंडल रेल प्रबंधकों ने मंडल के रेल अधिकारियों की उपस्थिति में राष्ट्रीय ध्वज फहराया। अपने संबोधन में महाप्रबंधक/पू. सी. रेल ने हाल ही में शुरू की गई अमृत भारत स्टेशन योजना का विशेष रूप से उल्लेख किया, जिसके तहत पुनर्विकास के लिए पू. सी. रेल के अधीन 91 स्टेशनों की पहचान की गई है। महाप्रबंधक ने गुवाहाटी को न्यू जलपाईगुड़ी से जोड़ने वाली असम की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस सहित कई मेल/एक्सप्रेस और यात्री ट्रेनों की शुरुआत का उल्लेख किया। महाप्रबंधक ने बथनाहा (भारत) से नेपाल सीमा शुल्क यार्ड (नेपाल) तक कार्गो ट्रेन की अंतर्राष्ट्रीय कनेक्टिविटी के बारे में भी उल्लेख किया। संरक्षा में सुधार के लिए, पिछले सात महीनों में 15 समपार फाटकों को हटाया गया और 33 रोड अंडर ब्रिज एवं 8 रोड ओवर ब्रिज का निर्माण किया गया।
इस अवधि के दौरान 207 कि.मी. का रेल नवीकरण और 86 कि.मी. का स्लीपर नवीकरण भी पूरा किया गया। ट्रेन हाथियों की टक्कर को रोकने के लिए, पू. सी. रेल में 114 कि.मी. हाथी गलियारे को पहले ही इंट्रुशन डिटेक्शन सिस्टम के तहत कवर किया जा चुका है। महाप्रबंधक ने यह भी कहा कि पू. सी. रेल ने इस वर्ष के दौरान सिग्नल पास एट डेंजर (एसपीएडी) में शून्य घटना हासिल किया। पू. सी. रेल (निर्माण) के महाप्रबंधक सुनील कुमार झा ने मालीगांव स्थित निर्माण मुख्यालय कार्यालय में तिरंगा फहराया और इस अवसर पर उपस्थित अधिकारियों को संबोधित किया। बच्चों द्वारा विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम, प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता और खेल गतिविधियों का प्रदर्शन किया गया। वृक्षारोपण भी किया गया और एक स्टाफ कैंटीन खोली गई। अपने भाषण में, महाप्रबंधक (निर्माण) ने चल रही परियोजनाओं के प्रगति की सराहना की, जिसमें 19 नई लाइनें, 6 दोहरीकरण और 3 रेल बिजलीकरण परियोजनाएं शामिल हैं। एक बार इन परियोजनाओं के पूरा हो जाने के बाद, 1309.38 किलोमीटर नई रेलवे लाइनें और 781.77 किलोमीटर दोहरी लाइनें, 913 किलोमीटर विद्युतीकृत मार्ग भारतीय रेल के मानचित्र में जुड़ जायेगा। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश और नेपाल के साथ अंतर्राष्ट्रीय संपर्क परियोजनाएं चल रही हैं। भूटान के साथ संपर्क के लिए कोकराझार-गेलेफू और मुजनाई-नियोपुलिंग मार्गों के लिए दो पीईटी सर्वेक्षण पूरे हो चुके हैं। बाद में, पू. सी. रेल केंद्रीय अस्पताल, मालीगांव में भर्ती मरीजों के बीच फल और उपयोग की कई आवश्यक वस्तुएं महाप्रबंधक/पू. सी. रेल और पू. सी. रेल महिला कल्याण संगठन के सदस्यों द्वारा वितरित की गईं।
