FIR दर्ज कर विशेष टीम का किया गठन, हाई कोर्ट को सौंपी मणिकर्ण दंगे की रिपोर्ट; सरकार ने बताय

शिमला
पंजाब से आए पर्यटकों द्वारा मणिकर्ण में दंगा करने के मामले में राज्य सरकार ने कोर्ट के समक्ष अपनी रिपोर्ट सौंपी। रिपोर्ट में इस मामले की जांच में प्रकाशित खबरों की पुष्टि हुई है। हुड़दंगियों ने मंदिरों, घरों, दुकानों और लगभग 20 वाहनों की तोडफ़ोड़ कर नौ से दस लाख रुपए का नुकसान किया है। कोर्ट को बताया गया कि इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर जांच के लिए विशेष टीम का गठन किया गया है। मणिकर्ण आने वाले सभी वाहनों की तलाशी ली जा रही है। शांति बनाए रखने के लिए बटालियन के जवानों को तैनात किया गया है। पुलिस अधीक्षक, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक और डीएसपी कुल्लू को निगरानी के लिए तैनात किया है। सरकार ने मणिकर्ण और कसौल में हुड़दंगियों से निपटने के लिए अदालत के समक्ष सुझाव भी पेश किए है। मणिकर्ण में कम से कम 40 पुलिस अधिकारियों के साथ पुलिस थाना खोलने का सुझाव दिया गया। अब मणिकर्ण और कसौल में हुड़दंगियों पर सीसीटीवी की पैनी नजर रहेगी। सरकार ने संवेदनशील जगहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए दस लाख रुपए की राशि स्वीकृत की है। वहीं, हातीथान-भुंतर और सुमा रोपा में 24&7 नाकाबंदी के आदेश दिए हैं। कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश सबीना और न्यायाधीश सत्येन वैद्य की खंडपीठ ने रिपोर्ट का अवलोकन करने के बाद राज्य सरकार को ताजा स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करने के आदेश किए।
हाथों में झंडा लेकर 100 सैलानियों का हंगामा
सात मार्च को अखबार में छपी खबर में बताया गया है कि पंजाब के पर्यटकों ने मणिकर्ण भी में हुड़दंग मचाया। वहीं, छह मार्च की रात को मणिकर्ण में एक समय दंगे जैसी स्थिति देखी गई, क्योंकि पंजाब के 100 से अधिक पर्यटकों ने हंगामा किया और अपने हाथों में झंडे लेकर शहर में हंगामा किया। कुछ पर्यटकों ने शराब भी पी थी। बीयर की बोतलें नयनादेवी माता मंदिर की ओर सडक़ पर फेंकी हुई थी। स्थानीय निवासियों के हस्तक्षेप के बाद, उपद्रवियों ने तोडफ़ोड़ की और मंदिरों, घरों और 20 वाहनों से तोडफ़ोड़ की। पर्यटकों ने रास्ते में जो भी देखा उसकी पिटाई कर दी।
छह मार्च को ही ग्रीन टैक्स पर मनाली में नारेबाजी
छह मार्चा को प्रकाशित खबर के अनुसार बताया गया है कि पंजाब के पर्यटकों ने रविवार दोपहर मनाली के ग्रीन टैक्स बैरियर पर हंगामा किया। ग्रीन टैक्स न देने पर सैलानी बैरियर कर्मियों से उलझ गए और देखते ही देखते करीब 100 बाइक सवार सडक़ पर जमा हो गए और नारेबाजी करने लगे और माहौल को तनावपूर्ण बना दिया। एसडीएम मनाली ने मौके पर पहुंचकर पुलिस कर्मियों की मदद से स्थिति पर काबू पाया।
सात मार्च को बिलासपुर में एनएच पर प्रदर्शन
सात मार्च को प्रकाशित अन्य समाचार में बताया गया है कि मणिकर्ण में घटना के बाद, पंजाब के श्रद्धालु सैकड़ों की संख्या में सोमवार दोपहर को एकत्र हुए और बिलासपुर जिला के गरामोड़ा में हंगामा किया। मणिकर्ण जाने और वापस आने वाले बाइक सवार चंडीगढ़ मनाली एनएच पर हिमाचल प्रदेश के प्रवेश द्वार बिलासपुर के गरामोड़ा में जमा हो गए और करीब डेढ़ घंटे तक हाईवे बंद रखा। अदालत ने घटनाओं का स्वत: संज्ञान लेते हुए राज्य सरकार को मामले में स्थिति रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दिया है।
