नई सरकार में ही बनेगा 290 बेड की क्षमता वाला नया अस्पताल, आमजन को राहत

श्रीगंगानगर। श्रीगंगानगर सरकारी मेडिकल कॉलेज बनने के बाद अब नया अस्पताल बनाने की चाल धीमी है। पिछले छह माह में सिर्फ 25 प्रतिशत ही निर्माण कार्य हुआ है। इस तीन मंजिला भवन का निर्माण पूरा होगा तब तक राज्य में अगली सरकार आ चुकी होगी। इस साल फरवरी 2023 में शिलान्यास हुआ था। नोडल एजेंसी राजस्थान राज्य सडक़ विकास एवं निर्माण निगम ने बीकानेर की कंपनी नरेश गोयल एंड संस कंपनी को 71 करोड़ रुपए का ठेका दिया था। इसके लिए मौजूदा राजकीय जिला चिकित्सालय के आपातकालीन भवन, सीसीयू भवन, आयुष भवन, कोविड लैब सहित तीन वार्डों की बिल्डिंग तोड़ी जा चुकी हैं। आरएसआरडीसी के प्रोजेक्ट मैनेजर भीमसेन स्वामी के अनुसार दिसम्बर 2024 तक निर्माण पूरा करना है। इस साल दिसम्बर तक विधानसभा चुनाव हो जाएंगे। संभावना है ऐसे में नई सरकार भवन का लोकार्पण होगा। विदित रहे कि चिकित्सालय परिसर में नए अस्पताल में 240 बैड और सीसीयू में 50 बैड कुल 290 बैड की क्षमता वाले इस नए अस्पताल और मौजूदा जिला चिकित्सालय में 370 बैड, एमसीएच भवन में 100 बैड की व्यवस्था से यह संख्या साढ़े सात सौ पार हो जाएगी।
नए अस्तपाल में गंभीर बीमारियों के रोगियों के लिए अब पचास बैड का क्रिटिक्ल केयर यूनिट का निर्माण कराया जाएगा। इस सीसीयू में वे सारी सुविधाएं होंगी। चिकित्सकों को भी एक साथ कई रोगियों को उपचार करने में आसानी रहेगी। फिलहाल जिला चिकित्सालय में महज छह बैड का सीसीयू है। सद्भावनानगर की मुख्य रोड पर यूआईटी की ओर से आंवटित की गई नौ बीघा भूमि में सरकारी मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल, बीस प्रोफेसर और तीस स्टाफ के लिए भवन निर्माण किया जा रहा है। तीन मंजिला इस बिल्डिंग में पार्किंग की व्यवस्था भी होगी। जिला चिकित्सालय के इस नए अस्पताल में 240 बैड की क्षमता से रोगियों को उपचार कराने में सुविधा मिलेगी। वहीं रोगियों को उपचार कराने से पहले अपना पंजीयन कराने के लिए पर्ची काउंटर इस नए अस्पताल में प्रथम तल पर बनेगा। दूसरी मंजिल पर लैब होंगी। इस लैब में ब्लड सहित विभिन्न प्रकार की जांचों को एक ही जगह रखने का प्रस्ताव है। तीसरी मंजिल पर रिपोर्ट ब्लॉक बनाया जाएगा। जिला चिकित्सालय में पर्ची काउण्टर और लैब अलग-अलग जगह पर होने से रोगियों-परिजनों को परेशानी होती है, लेकिन अब ओपीडी सहित कई अहम विभागों को एक जगह रखा जाएगा।
