दीपावली के दिन लक्ष्मी पूजन का उत्तम मुहूर्त, जानें आरती

ज्योतिष न्यूज़ : हिंदू धर्म में पर्व त्योहारों की कमी नहीं है लेकिन दिवाली का त्योहार बेहद ही खास माना गया है जो कि हर साल कार्तिक मास की अमावस्या पर मनाया जाता है इस बार दीपावली का पर्व 12 नवंबर दिन रविवार को मनाया जाएगा। इस दिन लक्ष्मी गणेश की विशेष पूजा का विधान होता है।

मान्यता है कि दिवाली पर लक्ष्मी पूजन करने से घर में सुख शांति व खुशहाली का आगमन होता है साथ ही देवी कृपा भी परिवार पर बरसती है ऐसे में आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा दिवाली की रात लक्ष्मी पूजन का सबसे उत्तम मुहूर्त बता रहे हैं साथ ही हम आपको देवी की आरती और मंत्र भी बताएंगे।
दिवाली पूजन का शुभ मुहूर्त—
दुकान आफिस आदि के लिए दिवाली पूजन का शुभ मुहूर्त दोपहर 2 बजकर 44 मिनट से 2 बजकर 47 मिनट तक रहेगा। इसके अलावा फैक्ट्री कारखाने के लिए शाम को 5 बजकर 29 मिनट से रात 10 बजकर 26 मिनट तक का समय शुभ रहेगा। इसके साथ ही घर में लक्ष्मी पूजन के लिए शुभ मुहूर्त 12 नवंबर की शाम 5 बजकर 39 मिनट से 7 बजकर 35 मिनट तक रहेगा। इस मुहूर्त में पूजा करने से लक्ष्मी जी की अपार कृपा बरसती है।
माता लक्ष्मी की आरती—
ऊं जय लक्ष्मी माता, जय लक्ष्मी माता।
तुमको निसिदिन सेवत हर विष्णु-धाता।। ऊं।।
उमा, रमा, ब्रह्माणी, तुम ही जग माता।
सूर्य-चंद्रमा ध्यावत, नारद ऋषि गाता।। ऊं…।।
दुर्गारूप निरंजनि, सुख-सम्पत्ति दाता।
जो कोई तुमको ध्यावत, रिद्धि-सिद्धि धन पाता।। ऊं…।।
तुम पाताल-निवासिनि, तुम ही शुभदाता।
कर्म-प्रभाव-प्रकाशिनी, भवनिधिकी त्राता।। ऊं…।।
जिस घर तुम रहती, तहँ सब सद्गुण आता।
सब संभव हो जाता, मन नहिं घबराता।। ऊं…।।
तुम बिन यज्ञ न होते, वस्त्र न हो पाता।
खान-पान का वैभव सब तुमसे आता।। ऊं…।।
शुभ-गुण-मंदिर सुंदर, क्षीरोदधि-जाता।
रत्न चतुर्दश तुम बिन कोई नहिं पाता।। ऊं…।।
महालक्ष्मी(जी) की आरती, जो कोई नर गाता।
उर आनन्द समाता, पाप उतर जाता।। ऊं…।।
मंत्र—
यान्तु देवगणा: सर्वे पूजामादाय मामकीम्।
इष्टकामसमृद्धयर्थं पुनरागमनाय च।।
नोट- खबरों की अपडेट के लिए जनता से रिश्ता पर बने रहे |