टेक्नोलॉजी के सेक्टर में बढ़ने वाली है भारत की डिमांड

नई दिल्ली | हमारे द्वारा उपयोग किए जाने वाले 90 प्रतिशत इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में सेमीकंडक्टर चिप्स का उपयोग किया जाता है। दुनिया भर के इलेक्ट्रॉनिक्स बाजार इसी एक चिप पर निर्भर हैं। इसका उपयोग सस्ते मोबाइल फोन से लेकर अरबों डॉलर की लागत से बने सैटेलाइट तक में किया जाता है। अगर किसी भी कारण से कमी होती है तो इसका असर पूरी दुनिया पर पड़ेगा. भारत अभी सेमीकंडक्टर के लिए दूसरे देशों पर निर्भर है, इसलिए यहां इलेक्ट्रॉनिक उपकरण काफी महंगे हो जाते हैं, लेकिन अब यह समस्या जल्द ही खत्म होने वाली है। भारत बहुत जल्द अपना सेमीकंडक्टर चिपसेट तैयार करने जा रहा है।
जी हां, आपने सही पढ़ा, भारत अब सेमीकंडक्टर के लिए दूसरे देशों की निर्भरता खत्म करना चाहता है और देश ने इस दिशा में कदम भी बढ़ा दिए हैं। भारत जल्द ही चिपसेट का निर्माण शुरू कर देगा। एक बार भारत में सेमीकंडक्टर का निर्माण हो जाने के बाद स्मार्टफोन, कंप्यूटर, लैपटॉप, चिकित्सा उपकरण, घरेलू उपकरण और गेमिंग हार्डवेयर की कीमतें काफी कम हो जाएंगी। पीएम नरेंद्र मोदी भारत के अपने सेमीकंडक्टर चिपसेट बनाने के सपने को जल्द से जल्द पूरा करना चाहते हैं।
चिप कब तैयार होगी
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हाल ही में बताया था कि भारत की पहली सेमी-कंडक्टर चिप 2024 में तैयार हो जाएगी. गुजरात देश का पहला राज्य होगा जहां इस चिपसेट के लिए फैक्ट्री लगाई जाएगी. एक बार उत्पादन शुरू होने के बाद इसे धीरे-धीरे अन्य राज्यों तक बढ़ाया जाएगा। सरकार ने देश में सेमीकंडक्टर के निर्माण के लिए दुनिया भर की कंपनियों को भारत में प्लांट लगाने के लिए निमंत्रण भेजा है। फॉक्सकॉन समेत कई बड़ी कंपनियां अपना सेटअप तैयार करने के लिए सरकार से बात कर रही हैं. आपको बता दें कि फॉक्सकॉन का सेमीकंडक्टर सेगमेंट में करीब 60 अरब डॉलर का कारोबार है। कंपनी ने कई देशों में अपने प्लांट स्थापित किए हैं।
केंद्र सरकार ने कंपनियों को दिया ऑफर
भारत में सेमीकंडक्टर चिपसेट उद्योग को बढ़ावा देने के लिए पीएम मोदी ने हाल ही में गुजरात के गांधी नगर में सेमीकॉन इंडिया 2023 का उद्घाटन किया। कंपनियां भारत में तेजी से निवेश कर सकें, इसके लिए पीएम मोदी ने ऐलान किया कि जो कंपनी भारत में सेमीकंडक्टर चिपसेट की इंडस्ट्री लगाएगी, उसे सरकार 50 फीसदी वित्तीय सहायता देगी. पीएम मोदी ने यह भी कहा कि इस सेक्टर में आगे बढ़ने के लिए एक इको-सिस्टम बनाया जा रहा है और भारत सेमीकंडक्टर चिप इंडस्ट्री में तेजी से आगे बढ़ेगा.
