एसएन में मेट्रो के निर्माण से खतरे में पुलिया

उत्तरप्रदेश | एसएन मेडिकल कालेज में मेट्रो रेल के भूमिगत स्टेशन का निर्माण होना है. इससे अस्पताल परिसर के अंदर वाली पुलिया खतरे में आ गई है. मेट्रो के भारी वाहन, क्रेन आदि के वजन को वर्षों पुरानी पुलिया झेल नहीं पाएगी. पुलिया टूट गई तो अस्पताल के कई विभागों के बीच आना-जाना मुश्किल हो जाएगा.
कालेज परिसर के अंदर मेट्रो का भूमिगत स्टेशन आ रहा है. यह खेल मैदान के नीचे बनाया जाएगा. इसके प्रवेश और निकास द्वार रेडियो डायग्नोस्टिक विभाग के करीब खुले नाले के पास आ रहा है. इसी नाले पर एक पुरानी पुलिया भी है. यह पुलिया दरअसल ईंट की बनी हुई है. अब यह काफी कमजोर हो चुकी है. स्टेशन निर्माण के दौरान मेट्रो के भारी वाहन और पुलिया इसी रास्ते से आएंगे. इससे पुलिया टूट सकती है. जबकि इमरजेंसी से कैंपस के अंदर आने का एकमात्र रास्ता यही है. चूंकि इसी रास्ते पर सुपर स्पेशियालिटी हास्पिटल का एक मुख्य द्वार भी रहेगा. एंबुलेंस का भी यहीं से आना-जाना होगा. ऐसे में सड़क और पुलिया दोनों को चौड़ा करने की जरूरत है. पुलिया को चौड़ा करने के लिए उसे तोड़कर बनाया जाना होगा. चूंकि मेट्रो का निर्माण शुरू हो गया है इसलिए चिंता बढ़ गई है.
मेट्रो अधिकारियों के साथ किया निरीक्षण एसएनएमसी के प्राचार्य डा. प्रशांत गुप्ता के साथ मेट्रो रेल के अधिकारियों ने इस स्थान का निरीक्षण किया. यहां टी-3 पाइप डालकर, बीच-बीच में मेनहोल बनाकर नई पुलिया बनाई जा सकती है. मेट्रो अधिकारियों ने इस पर अपनी तकनीकी टीम से विचार करने के बाद फैसला लेने का भरोसा जताया है.
नाले से प्रदूषण, नगर निगम नहीं सुन रहा कैंपस के बीचोंबीच खुला नाला बह रहा है. इसी के पास खुले स्थान पर मरीजों के बेड कवर, चादरें, तकिया कवर, डाक्टरों, छात्रों, स्टाफ के एप्रिन और कपड़े सुखाए जाते हैं. नाले से प्रदूषण फैल रहा है. मच्छरों की बहुतायत है. कालेज वर्षों से नगर निगम को नाला पाटने को लिख रहा है मगर निगम है कि सुनता ही नहीं.
