‘अवतार’ मिनी पवन टर�?बाइन आपके घर को बिजली दे सकता है

जनता से रिश�?ता वेबडेस�?क। तिर�?वनंतप�?रम के मूल निवासी अर�?ण जॉर�?ज ने वेट�?कॉड चर�?च के परिसर में �?क इमारत के शीर�?ष पर �?क मिनी पवन टरबाइन लगाया और कहा कि यह घरों के लि�? बिजली का सबसे अच�?छा स�?रोत है। अर�?ण जॉर�?ज का मिनी विंड टर�?बाइन का विचार, जिसे उन�?होंने ‘अवतार’ कहा था, ग�?जरात द�?वारा लिया गया था। NORKA रूट�?स योजना के माध�?यम से विदेश से लौटने वाले NRI उद�?यमियों के लि�? 30 लाख र�?पये तक का ऋण प�?राप�?त कर सकते हैं।

मिनी पवन टर�?बाइन ग�?जरात में मांग में है। भारतीय सेना और नौसेना ने भी टर�?बाइन के लि�? संपर�?क किया। विदेशों से भी है मांग केरल में दिसंबर और जनवरी को छोड़कर बाकी सभी महीनों में हवा चलती है। अर�?ण जॉर�?ज ने अपनी कंपनी की स�?थापना इस उम�?मीद में की थी कि घरों में सौर ऊर�?जा की त�?लना में मिनी पवन टरबाइन द�?वारा अधिक क�?शलता से बिजली का उत�?पादन किया जा सकता है। चूंकि कोई सरकारी सब�?सिडी नहीं थी, इसलि�? केरल के लोगों ने इसका मूल�?य नहीं दिया।
2015 में उन�?होंने अपने भाई अनूप जॉर�?ज के साथ इस व�?यवसाय में प�?रवेश किया। वे कोवलम के पूर�?व विधायक जॉर�?ज मर�?सि�?र के बेटे हैं। अपरंपरागत शक�?ति स�?रोतों का उपयोग करने के लि�? पोप के आह�?वान के बाद वेट�?कॉड चर�?च द�?वारा भाइयों को �?क अवसर दिया गया था। इसके बाद पीछे म�?ड़कर देखने की जरूरत नहीं पड़ी। उन�?होंने ग�?जरात में अपना प�?लांट लगाया है।
कोच�?चि नेवल बेस का ‘अवतार’ है। कल थेवेरा सेक�?रेड हार�?ट कॉलेज में �?क यूनिट तय की गई थी। टर�?बाइन घूमेगा और बिजली का उत�?पादन करेगा, भले ही हवा केवल उतनी ही तेज हो जितनी कि �?क जलती ह�?ई मोमबत�?ती को उड़ाने के लि�?। �?क सामान�?य परिवार प�?रतिदिन 3 यूनिट बिजली का उपयोग करेगा। मिनी विंड टर�?बाइन दूसरी ओर 5 यूनिट बिजली पैदा कर सकता है। टरबाइन के हाथ 10 से 16 फीट के होते हैं। �?क किलोवाट टरबाइन की कीमत 80,000 र�?पये और अन�?य संबंधित चीजों के लि�? लागत 1 लाख र�?पये है। सौर पर पवन टरबाइन का लाभ यह है कि पूर�?व 24 घंटे बिजली का उत�?पादन कर सकता है जबकि सौर चार घंटे प�?रभावी ढंग से बिजली का उत�?पादन कर सकता है। इसके अलावा, बरसात के मौसम में सौर द�?वारा उत�?पादित बिजली कम हो जा�?गी, लेकिन पवन टरबाइन बारिश के मौसम में अधिक बिजली का उत�?पादन करेगी।