
पहलगाम ने जवाहर इंस्टीट्यूट ऑफ माउंटेनियरिंग एंड विंटर स्पोर्ट्स और पहलगाम विकास प्राधिकरण के सहयोग से प्राकृतिक बर्फ की दीवार पर चढ़ने की प्रतियोगिता की मेजबानी की।

इस आयोजन का उद्देश्य क्षेत्र की शीतकालीन गतिविधि क्षमता को प्रदर्शित करते हुए साहसिक खेलों को बढ़ावा देना है। एक अधिकारी ने बताया कि विभिन्न पृष्ठभूमि के 60 प्रतिभागियों ने पहलगाम की चुनौतीपूर्ण बर्फ की दीवारों पर विजय पाने में अपने कौशल और दृढ़ संकल्प का प्रदर्शन किया।
उन्होंने बताया कि समापन समारोह एवं पुरस्कार वितरण संस्थान परिसर में हुआ। सभी प्रतिभागियों को प्रशंसा प्रमाण पत्र प्राप्त हुए, जो बर्फ की दीवार पर चढ़ने के चुनौतीपूर्ण प्रयास के प्रति उनकी प्रतिबद्धता का प्रमाण है।
श्रीनगर के जीशान मुश्ताक सबसे तेज़ पर्वतारोही बनकर उभरे, उन्हें आयोजकों से सम्मान मिला। मुदासिर अहमद मलिक और उमर शफ़ी खान को क्रमशः दूसरा और तीसरा स्थान मिला। अधिकारी ने कहा, “जवाहर इंस्टीट्यूट ऑफ माउंटेनियरिंग एंड विंटर स्पोर्ट्स ने साहसिक गतिविधियों को बढ़ावा देने, युवाओं को राष्ट्र-निर्माण गतिविधियों में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।”
संस्थान के प्राचार्य कर्नल हेम चंद्र सिंह ने कश्मीर में साहसिक गतिविधियों की संभावनाओं पर प्रकाश डालते हुए युवाओं की भागीदारी की सराहना की और बताया कि वे अपनी ऊर्जा को सही दिशा में लगाकर राष्ट्र निर्माण में कैसे योगदान दे सकते हैं।
प्रतिभागियों ने उल्लेखनीय तकनीक और दृढ़ संकल्प का प्रदर्शन करते हुए कठोर सर्दियों की परिस्थितियों का सामना किया। प्रतियोगिता ने मानसिक और शारीरिक शक्ति का परीक्षण किया, जिससे पर्वतारोहियों को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया गया।
अधिकारी ने कहा, “कार्यक्रम का सफल समापन जम्मू-कश्मीर में पर्वतारोहण और शीतकालीन खेलों के प्रति बढ़ते उत्साह का प्रमाण है, जो युवा पर्वतारोहियों को भविष्य में चुनौतीपूर्ण इलाकों पर विजय पाने के लिए प्रेरित करता है।”