दाह संस्कार को लेकर हुआ हंगामा

त्रिपुरा : बिशालगढ़ कदमाटोली इलाके में शव के दाह संस्कार को लेकर काफी हंगामा हुआ। बिशालगढ़ कदमाटोली इलाके में मृतक के परिवार और मोहल्लेवासियों के बीच विवाद पूरे इलाके में फैल गया.इस मामले में ये बात तहसीलदार से लेकर विशालगढ़ थाने की पुलिस को तक पहुंच गयी।

घटना की जानकारी देते हुए बताया गया कि इलाके के गोपाल चंद्र दास नाम के 95 वर्षीय व्यक्ति की आज सुबह मौत हो गई. पुरानी परंपरा के अनुसार, जब शव को दाह संस्कार के लिए घर के पास जंगल में ले जाया गया, तो आसपास के लोग आ गए और मृतक गोपाल चंद्र दास के परिवार को रोका। यहीं से परेशानी शुरू होती है.स्थानीय निवासियों ने एकजुट होकर इलाके में शव का अंतिम संस्कार नहीं करने दिया. सूचना मिलने पर विशालगढ़ पुलिस और तहसीलदार मौके पर पहुंचे। गोपाल चंद्र दास के परिवार को मजबूरन शव को दाह संस्कार के लिए श्मशान ले जाना पड़ा.
पूरे मामले पर प्रशासनिक अमले का कहना है कि श्मशान घाट मृतक के घर से एक किलोमीटर के अंदर है. परिजन वहां शव का दाह संस्कार करने के बजाय घर के पास ही दाह संस्कार करना चाहते थे। प्रशासनिक अधिकारियों ने कहा कि अगर शवों को श्मशान घाट नहीं ले जाया गया तो वे कानूनी कार्रवाई करेंगे। क्योंकि अगर घर के बगल में खुली जगह पर शव का अंतिम संस्कार किया जाएगा तो इससे एक तरफ जहां पर्यावरण प्रदूषण होगा, वहीं दूसरी तरफ इलाके के ग्रामीण भयभीत हो जाएंगे. इसलिए शव को श्मशान ले जाने का आदेश दिया गया है. फिर जब शवों को दाह संस्कार के लिए श्मशान घाट ले जाया गया तो स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो गई.