12 घंटे बाद भी चोइथराम क्षेत्र में जाम, रातभर ट्रक में सोए देशभर के किसान, रिकार्ड 25 लाख टैक्स भरा

मध्यप्रदेश की सबसे प्रमुख चोइथराम मंडी में 12 घंटे बाद भी जाम लगा है और प्रशासन को इसका कोई हल नहीं सूझ रहा। व्यापारी, किसान और इंदौर के रहवासी क्षेत्रों के लोगों का गुस्सा फूट रहा है और अधिकारी हाथ पर हाथ धरकर बैठे हैं।
शुक्रवार रात दो बजे से इंदौर की चोइथराम मंडी में जाम लगना शुरू हुआ। प्रशासन की अनदेखी की वजह से जाम बढ़ता गया और यह राजीव गांधी चौक तक पहुंच गया। सुबह ट्रैफिक का लोड बढ़ते ही हालत बिगड़ गए और लोग एक से दो घंटे तक जाम में फंसे रहे। हालांकि यह पहली बार नहीं हुआ है। चोइथराम मंडी के आसपास के क्षेत्र में इस तरह का जाम लगातार लगता रहता है। जाम लगने पर मंडी के व्यापारियों का गुस्सा फूटा और उन्होंने कहा कि यह लगातार हो रहा है और प्रशासन इस पर ध्यान नहीं दे रहा है। हम रातभर से जाग रहे हैं और अधिकारी हमारी परेशानी नहीं समझ रहे।
रातभर ट्रकों में सोए किसान
अमर उजाला ने किसानों से बात की तो उन्होंने बताया कि वे शुक्रवार शाम को इंदौर आए थे और रातभर मंडी के बाहर ट्रकों में सोए। रात में ट्रक खाली करके उन्हें लौट जाना था लेकिन सुबह तक मंडी में ट्रक जा ही नहीं सके। किसान जुगल किशोर पाटीदार ने बताया कि हम बहुत अधिक परेशान हो चुके हैं। सरकार और प्रशासन को कई बार मंडियों की व्यवस्था के लिए किसान संघ और अन्य माध्यमों से बताया जा चुका है लेकिन कोई सुन नहीं रहा। इन्हीं वजहों से हमें सड़क पर उतरना पड़ता है।
फुटकर खरीदारी पर प्रतिबंध लगना चाहिए
आलू प्याज मंडी के अध्यक्ष ओमप्रकाश गर्ग ने बताया कि मंडी की इस अव्यवस्था के लिए मुख्य रूप से प्रशासन दोषी है। अधिकारियों को हमारी परेशानी समझना चाहिए। उन्होंने बताया कि मंडी में ई रिक्शा, आटो, कार सभी तरह के वाहन अंदर आते हैं। इससे ट्रकों को निकलने में परेशानी आती है। फुटकर खरीदारी करने वाले लोगों को मंडी के बाहर रखना होगा तभी व्यवस्था सुधरेगी।
बारिश और हड़ताल से ट्रक नहीं आ रहे थे अचानक इतने ट्रक आ गए
पुलिस विभाग की तरफ से मंडी व्यवस्था संभालने वाले गिरीश मिश्रा ने बताया कि कई दिनों से हो रही भारी बारिश और मंडी की हड़ताल की वजह से ट्रक नहीं आ रहे थे। जैसे ही मंडी खुली और मौसम साफ हुआ देशभर से ट्रक इंदौर पहुंच गए। इस वजह से एकदम लोड बढ़ गया और जाम लग गया। सामान्य दिनों में इतना अधिक जाम नहीं लगता है।
जिस दिन सबसे अधिक टैक्स दिया उसी दिन सबसे अधिक परेशानी
अधिक ट्रक आने की वजह से प्रशासन को शुक्रवार को सबसे अधिक टैक्स मिला। एक ही दिन में 25 लाख रुपए का टैक्स प्रशासन के खाते में जमा हुआ। इसी दिन किसान और मंडी व्यापारी सबसे अधिक परेशान भी हुए।
इन कारणों से लग रहा जाम
1. मंडी में आटो, ई रिक्शा, कारें सभी वाहन आते हैं। इससे मंडी पूरी तरह से भर जाती है और जाम लगता है।
2. सामान खाली करने के बाद भी बहुत से ट्रक मंडी में खड़े रहते हैं। इससे बाहर के भरे ट्रक अंदर नहीं आ पाते।
3. मंडी की क्षमता के अनुसार पुलिसकर्मियों की कमी है।
4. एक साथ अधिक आवक से भी जाम लगता है।
5. बारिश होने और मंडी में हड़ताल होने से ट्रक नहीं आ रहे थे अचानक से लोड बढ़ा तो जाम लगा।
