सावधान!!! हैकर बनवा लेंगे दूसरे सिम कार्ड सिर्फ चाहिए आधार कार्ड की डिटेल

नई दिल्ली | आजकल ऑनलाइन फ्रॉड के कई मामले सामने आते रहते हैं। जैसे-जैसे टेक्नोलॉजी और इंटरनेट का इस्तेमाल बढ़ रहा है, साइबर अपराधियों ने भी ठगी के नए-नए तरीके ईजाद कर लिए हैं। भारत में आधार कार्ड एक बहुत ही महत्वपूर्ण दस्तावेज है। वहीं, फोन भी हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा बन गया है और इसे चलाने के लिए सिम कार्ड की जरूरत पड़ती है। नया सिम कार्ड खरीदने के लिए आधार से केवाईसी वेरिफिकेशन किया जाता है। इसी का फायदा उठाकर स्कैमर्स आम लोगों के आधार से छेड़छाड़ कर सिम बना लेते हैं।
यह आधार कार्ड और सिम कार्ड का बड़ा फर्जीवाड़ा है, जो इन दिनों खूब चल रहा है. हैकर्स आपके आधार की डिटेल लेकर नया सिम कार्ड निकलवा सकते हैं। धोखाधड़ी से हासिल किए गए सिम का इस्तेमाल अपराध और ऑनलाइन धोखाधड़ी जैसे कामों में किया जाता है। इसलिए बिना किसी सावधानी के किसी को अपना आधार सौंपना खतरे से खाली नहीं है।
हैकर्स के जाल से कैसे बचें
आधार की डिटेल चुराकर कोई भी आपके नाम पर सिम खरीद सकता है. अगर ऐसा हुआ तो आपके लिए मुसीबत खड़ी हो सकती है. ऐसे फ्रॉड से बचने के लिए आधार बनाने वाली सरकारी एजेंसी यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (यूआईडीएआई) एक शानदार सर्विस देती है, जिसका नाम मास्क आधार है। आधार को सुरक्षित रखने का यह बहुत अच्छा तरीका है.
मास्क आधार: मास्क आधार क्या है?
मास्क आधार भी सामान्य आधार कार्ड की तरह ही है. जब आप आधार डाउनलोड करते हैं तो रेगुलर और मास्क आधार डाउनलोड करने का विकल्प मिलता है। अगर आप मास्क आधार चुनते हैं तो जो आधार डाउनलोड होगा उसमें आधार के पूरे 12 नंबर नहीं दिखेंगे. इनमें से अगले 8 नंबर छुपे रहेंगे और सिर्फ आखिरी के 4 नंबर ही दिखाई देंगे. आप चाहें तो मास्क बेस में जन्मतिथि छिपा भी सकते हैं।
धोखाधड़ी करने वाले एआई द्वारा पकड़े गए
हाल ही में ऐसे कई मामले सामने आए हैं जब आधार का इस्तेमाल कर घोटालेबाजों ने फर्जी दस्तावेज बनाकर नए सिम कार्ड बनवा लिए। पुलिस ने इस तरह का अपराध करने वाले कई लोगों को गिरफ्तार किया है. टेलीकॉम विभाग ने ASTR-AI और फेशियल रिकग्निशन तकनीक के जरिए कई हजार फर्जी सिम कार्ड की पहचान की है, जो आधार से छेड़छाड़ कर बनाए गए थे। टेलीकॉम कंपनियों के अधिकारी टारगेट पूरा करने के लिए ग्राहकों के आधार से कई सिम भी बनवाते हैं।
तो अगर आप चाहते हैं कि आपके आधार के साथ कोई धोखाधड़ी न हो तो आप मास्क आधार का इस्तेमाल कर सकते हैं। ऑफ़लाइन सत्यापन के लिए यह एक वैध तरीका है. इसके अलावा आप https://tafcop.sancharsathi.gov.in/telecomUser/ पर जाकर चेक कर सकते हैं कि आपके आधार के साथ कितने सिम कार्ड रजिस्टर्ड हैं। एक आधार पर अधिकतम 9 मोबाइल नंबर पंजीकृत किये जा सकते हैं।
