बागबानी विभाग ने किस फलदार बूटे के रखे 100 रुपए रेट

मटौर। किसानी से बागबानी की तरफ बढऩे वाले हजारों लोगों के लिए बागबानी विभाग फलदार पौधों का नया पैकेज लाया है। दिसंबर-जनवरी माह में होने वाली प्लांटेशन के लिए विभाग ने अपनी नर्सरियों में पौधे सजाकर उनके दाम तय कर दिए हैं। दिसंबर 15 से बागानों को नए पौधे मिलना शुरू हो जाएंगे। बागबानी विभाग ने बागीचा लगाने और ड्रिप इरिगेशन सिस्टम लेने वाले बागबानों के लिए सबसिडी का पैकेज भी बनाया है। इसमें सिंचाई पर 80 फीसदी सबसिडी तक का प्रावधान है। वहीं नया बागीचा लगाने पर भी रकबे के हिसाब से अनुदान देने का मसौदा बनाया है। रेट की बात करें, तो नए सीजन साल 2023-24 में सेब के बूटे 100 से 180 रुपए तक दिए जाएंगे। नाशपाती का एक पौधा 80 रुपए में मिलेगा। इसके अलावा जापानी फल 100, खुमानी 90, प्लम-बादाम प्रति बूटा 80 रुपए बागबानों को दिया जाएगा। अनार का बूटा 75 रुपए में दिया जाएगा है। विभाग ने 15 दिसंबर से पौधे बांटने की तैयारियां पूरी कर ली हैं। इसमें क्वालिटी का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। इन पौधों की प्लांटेशन दिसंबर और जनवरी में माह में की जा सकती है।

किसानों को अपने नजदीकी बागबानी आफिस में संपर्क करने से ये पौधे मिल जाएंगे। विंटर सीजन में अकेले कांगड़ा जिला की बात करें, तो यहां विभाग की चार नर्सरियां हैं। इसके अलावा 26 प्राइवेट नर्सरियां महकमे के पास रजिस्टर्ड हैं, लेकिन इस सीजन में महज 13 नर्सरियां ही सेवाएं देती हैं। मुल्तान की नर्सरी में सिर्फ सेब की पौध है। बागबानी विभाग ने फार्मर्ज से आग्रह किया है कि वे सिर्फ विभाग या फिर विभाग से पंजीकृत नर्सरियों से ही बूटे खरीदें। अन्य जगहों से खरीदे बूटों पर अनुदान नहीं मिलेगा। बागबानी विभाग के डिप्टी डायरेक्टर कांगड़ा डा कमलशील नेगी ने बताया कि गैर पंजीकृत नर्सरी से बूटे लेने पर सबसिडी नहीं दी जाएगी। फार्मर्ज को चाहिए कि बिना रजिस्ट्रेशन बूटे बेचने वालों की सूचना महकमे को दें। पौधे लेने के लिए बागबानों को संबंधित बागबानी विकास या विस्तार अधिकारी से संपर्क करना होगा। गौर रहे कि कांगड़ा जिला में एक लाख 35 हजार व पूरे हिमाचल में साढ़े पांच लाख बागबान हैं। मौजूदा समय में तेजी से फार्मर्ज किसानी से बागबानी की ओर मुड़ रहे हैं। हॉर्टीकल्चर डिपार्टमेंट के डिप्टी डायरेक्टर डा कमलशील नेगी ने बताया कि बागबानों को ड्रिप इरिगेशन सिस्टम लेने पर 80 प्रतिशत सबसिडी मिलेगी। इसमें ड्रिप इरिगेशन सिस्टम के आकार पर सबसिडी तय होगी। इसी तरह नया बागीचा लगाने वाले फार्मर्ज को पर प्रति कनाल दो हजार अनुदान दिया जाएगा। खास बात यह है कि नए बागीचे का ले-आउट महकमे के अधिकारी बनाकर देंगे। मसलन सूर्य की रोशनी से लेकर पौधों का गैप एक्सपर्ट तय करेंगे। एक हेक्टेयर (25 कनाल) में बागीचा लगाने पर 50 हजार अनुदान तय हुआ है। बागबानों को इसके लिए ई-उद्यान पर अप्लाई करना होगा।