सूर्य उगल रहा आग, पहली बार पृथ्वी, चंद्रमा और मंगल एकसाथ आएंगे तूफान की चपेट में

नई दिल्ली | पिछले कुछ सालों से सूर्य में होने वाली गतिविधियां चिंता का विषय बनी हुई हैं। वैज्ञानिकों ने बताया है कि इतिहास में पहली बार ऐसी घटना का पता चला है, जब किसी सौर तूफान (कोरोनल मास इजेक्शन) ने पृथ्वी, चंद्रमा और मंगल ग्रह को एक साथ अपनी चपेट में ले लिया। क्योंकि चंद्रमा और मंगल ग्रह में चुंबकीय क्षेत्र की कमी है। इससे दोनों को काफी नुकसान हुआ है. खगोलविदों को यह भी डर है कि भविष्य में चंद्रमा और मंगल पर प्रस्तावित मानव मिशन घातक हो सकते हैं।
गौरतलब है कि इस दशक के अंत तक अंतरिक्ष एजेंसियां चंद्रमा पर एक मानव मिशन और भविष्य में मंगल ग्रह पर एक मिशन भेजने की तैयारी कर रही हैं। डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक, चीन की यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी के वैज्ञानिकों की स्टडी में कहा गया है कि ‘स्पेस रेडिएशन’ एक ऐसी समस्या है, जिसका हम अभी भी सामना कर रहे हैं. वैज्ञानिकों का कहना है कि यह भविष्य में चंद्रमा और मंगल ग्रह पर लंबे समय तक रहने वाले यात्रियों के लिए बड़ा खतरा बन सकता है।
वैज्ञानिकों का कहना है कि बहुत अधिक सौर विस्फोटों की चपेट में आने से चंद्रमा और मंगल पर विकिरण का स्तर खतरनाक रूप से बढ़ सकता है। वैज्ञानिकों को इस सौर तूफान के बारे में 28 अक्टूबर 2021 को ही पता चल गया था. हालांकि, इससे जुड़े निष्कर्ष अब प्रकाशित किए जा रहे हैं.
इस घटना को कई ऑर्बिटर्स द्वारा कैप्चर किया गया था। इनमें यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी यानी ईएसए का एक्सोमार्स ट्रेस गैस ऑर्बिटर (टीजीओ), नासा का क्यूरियोसिटी मार्स रोवर, चीन की अंतरिक्ष एजेंसी का मून लैंडर, नासा का लूनर रिकॉनिसेंस ऑर्बिटर (एलआरओ) आदि शामिल हैं।अध्ययन में कहा गया है कि पृथ्वी सौर विस्फोट से होने वाले नुकसान से बच गई, क्योंकि इसके चुंबकीय क्षेत्र ने हमारे ग्रह पर कोई प्रभाव नहीं पड़ने दिया. लेकिन चंद्रमा और मंगल ग्रह को नुकसान हुआ है। सौर तूफान के साथ आए कण वहां की मिट्टी में मिलकर रेडिएशन बढ़ा सकते हैं.
