एक माह के भीतर पांच लाख से ज्यादा जमीन के मुकदमे निपटाए

लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की फटकार के बाद राजस्व के पेंडिंग मामलों के निपटारे में तेजी दर्ज की गई है. उसी का असर है कि एक माह में करीब-करीब पांच लाख राजस्व वादों का निपटारा किया गया है जबकि एक वर्ष से पांच वर्ष के विचाराधीन 2.6 लाख वादों का निपटारा किया गया.
वर्तमान में राजस्व वाद के पेंडिंग मामलों के निस्तारण का अनुपात शत-प्रतिशत दर्ज किया गया है जबकि राजस्व के मामलों के निस्तारण का रेश्यो 90 प्रतिशत पार कर गया है. यह जानकारी प्रदेश सरकार के प्रवक्ता ने दी. मुख्यमंत्री ने 16 सितंबर को एनेक्सी में सीएम कमांड सेंटर की रिपोर्ट की समीक्षा की थी, जिसमें उन्होंने राजस्व के मामलों को समयबद्ध तरीके से निपटाने में हीलाहवाली पर कड़ी फटकार लगाई थी. उन्होंने अधिकारियों को इसमें सुधार लाने की सख्त हिदायत देते हुए एक माह का वक्त दिया था.
नामान्तरण के मामलों में गोंडा, बलिया आगे

अपर मुख्य सचिव राजस्व सुधीर गर्ग ने बताया कि सर्वाधिक राजस्व वादों का निस्तारण लखनऊ में 1 लाख 307 , बलिया में 70,761, प्रयागराज में 65,771, गोरखपुर में 62,906, गोंडा में 58,264 का किया गया है. इसी तरह पैमाइश के मामलों के निपटारे में टॉप पांच जिलों में बलिया, आजमगढ़, एटा, गाजीपुर और लखनऊ शामिल हैं.