मन की बात कार्यक्रम के 98 एडिशन में प्रधानमंत्री ने किया e-Sanjeevani app का जिक्र

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मन की बात कार्यक्रम के 98 एडिशन में e-Sanjeevani app का जिक्र किया। यही नहीं, पीएम मोदी ने मेडिकल सेवाओं से जुड़ी इस ऐप को एक आम आदमी के लिए जीवन रक्षक ऐप भी माना। दरअसल यह भारत सरकार की ऐप है। भारत सरकार का यह ऐप राष्ट्रीय टेलीमेडिसिन सेवाओं से जुड़ा है। स्वास्थ्य मंत्रालय इसे प्राइमरी हेल्थकेयर सेवा में दुनिया का सबसे बड़ा टेलीमेडिसिन मानती है।
क्या है e-Sanjeevani app
e-Sanjeevani app मेडिकल ऐप है। इस ऐप की मदद से यूजर की डॉक्टर तक पहुंच आसान बन जाती है। e-Sanjeevani app में टेली-कंसल्टेशन की सुविधा मौजूद है। यानी ऐप का यूजर दूर बैठकर भी डॉक्टर से वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के जरिए जुड़ सकता है।
ब्राउजर आधारित इस ऐप में ‘डॉक्टर-से-डॉक्टर’ और ‘मरीज-से-डॉक्टर’ टेली- परामर्श की सुविधा मिलती है। पीएम मोदी के मुताबिक भारत सरकार की यह ऐप खासकर दूरदराज और पहाड़ी क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए उपयोगी है।
कोरोना महामारी के दौरान e-Sanjeevani app बना वरदान
मन की बात कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि e-Sanjeevani app कोरोना काल में देश के नागरिकों के लिए एक वरदान बन कर सामने आई। उन्होंने उन सभी डॉक्टर को बधाई भी दी जिन्होंने इस ऐप का इस्तेमाल कर लोगों के स्वास्थ्य संबंधी मदद की। दरअसल इस ऐप को कोरोना महामारी के दौरान ही लॉन्च किया गया था। टेलीमेडिसिन इंटरनेट के जरिए स्वास्थ्य सेवाओं का वितरण है।
इस सर्विस की मदद से ना सिर्फ दूरदराज तक स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच आसान है, बल्कि यह समय और धन को भी बचाने में कारगर है। भारत में राष्ट्रीय स्तर पर स्वास्थ्य सेवाओं के वितरण में e-Sanjeevani app उपयोगी साबित हुई है।
ऐसे काम करता है e-Sanjeevani app
भारत सरकार का यह ऐप यूजर और डॉक्टर के बीच एक वर्चुअल लिंक जनरेट करता है। यही नहीं, ऐप की मदद से रियल टाइम वर्चुअल कंसल्टेशन मिलता है, जिसमें डॉक्टर, मरीज और स्पेशलिस्ट शामिल होते हैं। वर्चुअल कंसल्टेशन के बाद ऐप में ई- प्रिस्क्रिप्शन जनरेट होता है। यह प्रिस्क्रिप्शन सेशन के अंत में दवाएं प्राप्त करने के लिए जनरेट होता है।
