शिक्षक संगठनों में आक्रोश: ट्रांसफर में गड़बड़ी

हिमाचल | उच्च पदों के प्रभार के साथ शिक्षकों के ट्रांसफर के मामलों में भी गड़बड़ी उजागर हो रही है। हालत यह है कि भोपाल के स्कूल की एक शिक्षिका ने तबादले के लिए आवेदन ही नहीं किया था, फिर भी उनका ट्रांसफर दूर ग्रामीण इलाके के स्कूल में कर दिया गया। इसे लेकर शिक्षकों के संगठनों ने आक्रोश जाहिर किया है। मप्र शासकीय शिक्षक संगठन के कार्यकारी अध्यक्ष उपेंद्र कौशल ने बताया कि सहायक शिक्षक आरती राजपूत स्टेशन एरिया संकुल के खेजडा बरामद मिडिल स्कूल में पदस्थ हैं।
उन्होंने आवेदन ही नहीं किया था, इसके बावजूद उनका तबादला 40 किमी दूर नजीराबाद के सुराना स्कूल में कर दिया गया। एक दिव्यांग शिक्षक मोहित श्रीवास्तव ने दिव्यांग कोटे में स्वैच्छिक स्थानांतरण नरसिंहपुर से बैतूल चाहा था। 30 अगस्त को उनका आदेश जारी किया गया था। दो दिन बाद ही बिना कारण बताए यह आदेश निरस्त कर दिया गया। हमारी यह मांग है कि प्रक्रिया का पालन तबादला नीति के तहत किया जाए।
ईडब्ल्यूएस: शिक्षकों के आदेश को लेकर विसंगति
इधर, ईडब्ल्यूएस अभ्यर्थी संघ के अध्यक्ष धीरज तिवारी के मुताबिक 2 अगस्त को फिर 31 अगस्त को आदेश जारी कर 10 शिक्षकों की नियुक्ति कर दी गई। 2 अगस्त केक आदेश में संस्कृत और इतिहास विषय में उच्च माध्यमिक शिक्षकों के पांच पदों पर नियुक्ति दे दी। जब भूतलक्षी प्रभाव का हवाला देते हुए नियुक्ति नहीं की गई तो अचानक यह आदेश कैसे जारी हो गए? दो अगस्त को विभाग ने आदेश क्रमांक यूसीआरसी 22/2023/1440 के तहत संस्कृत विषय के शिक्षकों और आदेश क्रमांक यूसीआरसी/ 22/2023/1460 के तहत इतिहास विषय के शिक्षकों को नियुक्ति दी है।
