पाश्र्वनाथ वेलफेयर सोसाइटी के तीन दिवसीय गरबा 21 से, 24 को होगा भव्य रावण दहन

भीलवाड़ा। श्री पाश्र्वनाथ वेलफेयर सोसाइटी द्वारा द्वारा धार्मिक एवं सामाजिक परम्परा को बनाये रखने के लिए समय-समय पर कई कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। इसी कड़ी में श्री पार्श्व नाथ वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष नवीन डांगी के नेतृत्व मे इस साल भी नवरात्रि के अवसर पर तीन दिवसीय गरबा एवं 24 अक्टुबर को भव्य दशहरा दहन रखा गया है। 21 अक्टुबर से धूमधाम, भक्ति एवं उत्साह के साथ आयोजन किया जाएगा। सोसाइटी के मंत्री धर्मवीर चैधरी ने बताया कि गरबा महोत्सव के प्रथम दिन 21 अक्टुबर को बच्चें, युवक, युवतियों, महिला, एंव पुरूष वर्ग द्वारा ओपन राउण्ड के माध्यम से प्रस्तुतिया दी जायेगी। जिसमें प्रथम, द्वितिय और ततृीय प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया जायेगा। महोत्सव के द्वितिय दिन 70 पंडितों के द्वारा भव्य महा आरती की जायेगी। उसके पश्चात पुरूष वर्ग द्वारा साउथ इंडियन की थीम पर प्रस्तुती होगी। तृतीय दिन बच्चों की फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता, युवती, महिला, कपल, गुजराती गरबा राउंड के साथ ही महाराष्ट्र का पारंपारिक नृत्य लावणी की प्रस्तुति होगी।

अध्यक्ष नवीन डांगी ने बताया कि गरबा महोत्सव के अंतिम दिन शहर के 150 बच्चो द्वारा रामायण, महाभारत, चन्द्रयान 2, चन्द्रयान 3 सहित स्पेशल एरियल एक्ट की प्रस्तुती भी दी जायेगी। साथ ही दशहरा के दिन भव्य रावण दहन के साथ ही महोत्सव का समापन किया जायेगा। डांगी ने बताया कि गरबा महोत्सव में गरबा और डांडिया नृत्य के लिए छोटे बच्चे से लेकर बड़े बुजुर्ग तक इसमें हिस्सा लेते है। जिसके लिये सोसायटी इन्हें तीन समूहों में विभाजित कर गरबा नृत्य कराती है। बारी बारी से इस ग्रुप के द्वारा मधुर संगीत भक्ति मय गानों में सूंदर-सूंदर परिधान में थिरकते देखते है। जिसे देखने के बाद दर्शको के पैर भी अपने आप थिरकना शुरू हो जाता है। सुरक्षा की दृष्टि से सोसाइटी में बिना पास के कार्यक्रम में प्रवेश नहीं है। कार्यक्रम के मैन स्पान्सर ब्रांडेड पैक्ट्री (डॉ बसंत गांधी) है। संयोजक प्रदीप सांखला ने बताया कि सोसायटी द्वारा 24 अक्टुबर दशहरा पर्व पर होने वाला रावण दहन का प्रोग्राम ऐतिहासिक होगा। 30 फिट के रावण का निर्माण कोटा के कारीगरों द्वारा द्वारा किया जा रहा है। साथ्र ही काॅलोनी की सुरक्षा को देखते हुए रावण दहन के दौरान होने वाली आतिशबाजी में कोल्ड बम का इस्तेमाल किया जाएगा। इसमें रोशनी होगी, लेकिन बारूद का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा।