
कोलकाता: तृणमूल कांग्रेस के 27वें स्थापना दिवस के मौके पर पश्चिम बंगाल अध्यक्ष सुब्रत बख्शी की टीएमसी महासचिव अभिषेक बनर्जी पर एक टिप्पणी को लेकर पार्टी के भीतर अंदरूनी कलह शुरू हो गई है।

तृणमूल भवन में सोमवार सुबह स्थापना दिवस कार्यक्रम में बख्शी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को इस साल होने वाले लोकसभा चुनाव में पार्टी के प्रमुख चेहरे के तौर पर पेश करते हुए यह भी कहा कि उन्हें पूरा भरोसा है कि अभिषेक बनर्जी मैदान नहीं छोड़ेंगे और ममता बनर्जी को आगे रखकर पार्टी के लिए अपनी लोकसभा लड़ाई जारी रखें। हालाँकि, पार्टी प्रवक्ता कुणाल घोष ने मीडिया के एक वर्ग में दावा किया कि उन्हें बख्शी द्वारा कहे गए कुछ शब्दों पर आपत्ति है।
घोष के मुताबिक, अभिषेक बनर्जी मैदान में बने हुए हैं और अगर नेतृत्व उनकी बात सुनेगा तो पार्टी को फायदा होगा। घोष ने बिना किसी का नाम लिए यह भी दावा किया कि तृणमूल कांग्रेस नेतृत्व के भीतर एक वर्ग पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी द्वारा लगातार ममता बनर्जी और अभिषेक बनर्जी को निशाना बनाए जाने का मुकाबला करने को लेकर गंभीर नहीं है।
घोष ने कहा, “अगर विपक्ष के नेता हमारे नेताओं ममता बनर्जी और अभिषेक बनर्जी पर हमला करते हैं, तो यह तृणमूल कांग्रेस में हर किसी का कर्तव्य है कि वे उस हमले का समान मुखरता से मुकाबला करें। लेकिन कुछ नेता जो पार्टी के साथ-साथ प्रशासन में कई पदों पर बैठे हैं, वे केवल कुछ रटे-रटाये बयान दे रहे हैं। यह सही तरीका नहीं है।”
इससे पहले दिन में कार्यक्रम में राज्य के नगरपालिका मामलों और शहरी विकास मंत्री तथा कोलकाता नगर निगम के मेयर फिरहाद हकीम ने स्वीकार किया कि विभिन्न राज्य सरकार की नौकरियों में नियुक्तियों में कुछ अनियमितताएं हुई हैं। उन्होंने कहा, ”नौकरी के लिए पैसा अपनी मां का मांस खाने के बराबर है।”