जयपुर सहित 11 जिलों में बारिश अलर्ट

जयपुर। राजस्थान में पिछले 8 दिनों से चल रहा मानसून ब्रेक कल रात खत्म हो गया. बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवाती परिसंचरण तंत्र का असर राज्य के पूर्वी हिस्सों में देखा गया. बीती रात भरतपुर, जयपुर और कोटा संभाग के कई जिलों में 46KM की रफ्तार से हवाएं चलीं. फिर बारिश भी हुई. इससे एक ओर जहां लोगों को गर्मी और उमस से राहत मिली है, वहीं दूसरी ओर किसानों की चिंता भी कम हो गई है. खरीफ सूखे की मार झेल रही थी, अब यह बारिश उनके लिए फायदेमंद साबित होगी।
पिछले 24 घंटों की रिपोर्ट पर नजर डालें तो मंगलवार देर शाम जयपुर, कोटा, धौलपुर, करौली, सवाई माधोपुर, अलवर, दौसा, चित्तौड़गढ़, बूंदी, टोंक और भरतपुर जिलों में कुछ स्थानों पर बारिश हुई. जयपुर और टोंक में धूल भरी आंधी चली. राजस्थान: 28 अगस्त से बारिश का दौर बंद हो गया था। सबसे ज्यादा बारिश धौलपुर के सैंपऊ में 56MM दर्ज की गई। इसके अलावा जयपुर, भरतपुर और अलवर में भी कई जगहों पर एक इंच तक पानी बरसा है.
हाल ही में बंगाल की खाड़ी में बना चक्रवाती परिसंचरण तंत्र धीरे-धीरे आगे बढ़ा और छत्तीसगढ़ होते हुए मध्य प्रदेश में प्रवेश कर गया। इस सिस्टम के प्रभाव से राजस्थान के पूर्वी हिस्सों में मानसून एक बार फिर सक्रिय हो गया है. मौसम केंद्र, जयपुर के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि इस सिस्टम के प्रभाव से पूर्वी राजस्थान के कोटा, उदयपुर, जयपुर, भरतपुर और अजमेर संभाग के कुछ हिस्सों में 9 सितंबर तक बारिश की गतिविधियां जारी रहेंगी.
उन्होंने बताया कि अगले दो-तीन दिनों तक पश्चिमी राजस्थान के बीकानेर एवं जोधपुर संभाग के अधिकांश हिस्सों में मौसम मुख्यतः शुष्क रहेगा, लेकिन 8 एवं 9 सितंबर को इन संभागों के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश होने की संभावना है. इससे सीमावर्ती इलाकों में जहां अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है, वहां 2 से 3 डिग्री सेल्सियस तक गिरावट की संभावना है.
