नवरात्रि पर आज करें मां ब्रह्माचारिणी की पूजा, पढ़ें ये आरती

देवी साधना का महापर्व नवरात्रि इस साल 15 अक्टूबर से आरंभ हो चुका है जिसका समापन 24 अक्टूबर को हो जाएगा। ये पर्व पूरे नौ दिनों तक चलता है और आज यानी 16 अक्टूबर को शारदीय नवरात्रि का दूसरा दिन है जो कि मां दुर्गा के दूसरे स्वरूपों को समर्पित होता है इस दिन भक्त माता के ब्रह्माचारिणी स्वरूप की विधि विधान से पूजा करते हैं और व्रत आदि भी रखते हैं

मान्यता है कि ऐसा करने से माता की कृपा बरसती है। मां ब्रह्माचारिणी की पूजा करने से संयम और त्याग की भावना जागृत होती है जो लक्ष्य प्राप्ति के लिए खास मानी जाती है माता ने हजारों सालों तक कठिन तपस्य की जिसके बाद देवी का नाम तपश्चारिणी या ब्रह्मचारिणी पड़ा। ऐसे में आज हम आपके लिए लेकर आए है मां ब्रह्माचारिणी की संपूर्ण आरती पाठ। जिसको पढ़ने से माता शीघ्र प्रसन्न होकर भक्तों पर कृपा करती है।
मां ब्रह्माचारिणी की आरती—
जय अंबे ब्रह्माचारिणी माता।
जय चतुरानन प्रिय सुख दाता।
ब्रह्मा जी के मन भाती हो।
ज्ञान सभी को सिखलाती हो।
ब्रह्मा मंत्र है जाप तुम्हारा।
जिसको जपे सकल संसारा।
जय गायत्री वेद की माता।
जो मन निस दिन तुम्हें ध्याता।
कमी कोई रहने न पाए।
कोई भी दुख सहने न पाए।
उसकी विरति रहे ठिकाने।
जो तेरी महिमा को जाने।
रुद्राक्ष की माला ले कर।
जपे जो मंत्र श्रद्धा दे कर।
आलस छोड़ करे गुणगाना।
मां तुम उसको सुख पहुंचाना।
ब्रह्माचारिणी तेरो नाम।
पूर्ण करो सब मेरे काम।
भक्त तेरे चरणों का पुजारी।
रखना लाज मेरी महतारी।