हैवी मील्स के बाद करें यह काम, नहीं होगी डाइजेशन से जुड़ी परेशानी

लाइफस्टाइल: डाइजेशन से जुड़ी परेशानियों को दूर करने के लिए आयुर्वेद में कई सलाह दी गई हैं। आयुर्वेद में शरीर की प्रकृति, खाने की चीजों की तासीर और खान-पान के समय पर विशेष ध्यान दिया जाता है। किस मौसम में किन चीजों को खाना है, और किस समय पर किन फूड्स से दूरी बनानी है, इसे लेकर आयुर्वेद में कई नियम बताए गए हैं। आज के समय में खान-पान से जुड़ी गलत आदतों के चलते ज्यादातर लोग इनडाइजेशन से परेशान हैं। खासकर, कुछ भारी खाने पर काफी लोगों को गैस और ब्लोटिंग की परेशानी होने लगती है। हैवी मील्स के बाद, इनडाइजेशन से बचने के लिए आपको आयुर्वेदिक एक्सपर्ट की बताई इस सलाह को फॉलो करना चाहिए। यह जानकारी डॉक्टर नीतिका कोहली दे रही हैं। डॉक्टर नीतिका ने आयुर्वेद में एमडी किया है। वह पिछले 17 सालों से इस प्रोफेशन में हैं।
हैवी मील के बाद इनडाइजेशन से कैसे बचें?
हैवी मील्स को पचाना मुश्किल होता है। खासकर, जिन लोगों का डाइजेशन कमजोर होता है, उन्हें भारी खाना खाने के बाद गैस, ब्लोटिंग और अपच की समस्या ज्यादा होती है।
एक्सपर्ट की मानें तो अगर आप खाने के साथ या खाने के बाद ठंडा पानी पीती हैं, तो इनडाइजेशन हो सकता है।
खासतौर पर भारी खाने के बाद ठंडा पानी पीना आयुर्वेद में सही नहीं माना जाता है।
वहीं, अगर आप खाने के साथ या खाने के कुछ देर बाद गुनगुना पानी पीती हैं, तो ब्लोटिंग, गैस और एसिडिटी की समस्या नहीं होती है।
साथ ही, इससे डाइजेशन में सुधार होता है। गुनगुने पानी को आयुर्वेद में ऊष्णोदक कहा जाता है।
ज्यादा मिर्च मसाले वाले खाना खाने के बाद अगर आप गुनगुना पानी पीती हैं, तो शरीर में फैट नहीं जमता है।
गुनगुना पानी पीने से पाचन तंत्र में ब्लड फ्लो बढ़ जाता है, जिससे पाचन सुधरता है।
आप हैवी मील्स के बाद गुनगुने पानी में अदरक उबालकर भी पी सकती हैं।
इनडाइजेशन को दूर करने के टिप्स
भारी खाना खाने के बाद अगर आपको इनडाइजेशन की समस्या होती है, तो आपको खाने के साथ प्रोबायोटिक्स फूड्स का सेवन करना चाहिए। इससे आंतों में गुड बैक्टीरिया बनते हैं और पाचन में सुधार होता है। आप खाने के साथ दही खा सकती हैं।
