क्रशर बंद… टिपर संचालक सड़कों पर


हिमाचल प्रदेश |� बाढ़ की घटना के बाद सरकार ने राज्य भर में क्रशर बंद कर दिये हैं. वहीं, सरकार के आदेशों के बाद जिला कुल्लू में क्रशर पूरी तरह से बंद हैं। क्रशर बंद होने से क्रशर में काम करने वाले मजदूरों के सामने रोजगार का संकट खड़ा हो गया है. वहीं, जिला कुल्लू में नवनिर्मित भवनों का निर्माण कार्य भी बंद हो गया है। वहीं, क्रशर बंद होने से टिपर संचालकों का काम भी ठप हो गया है. कई दिनों से टिपर खड़े हैं। अब क्रशर बंद होने से टिपर संचालक सड़कों पर उतरने लगे हैं.
वहीं, सरकार के क्रशर बंद करने के फैसले से टिपर संचालक परेशान हैं. सरकार से नाराज टिप्पर संचालकों ने रविवार को बजौरा के पास फोरलेन ओवरफ्लाई ब्रिज के पास प्रदर्शन किया और सरकार से क्रशर बहाल करने की मांग की. आपको बता दें कि हिमाचल प्रदेश में करीब दो महीने से क्रशर बंद होने से लोगों का रोजगार खतरे में है. रविवार को टिप्पर मालिकों और संचालकों ने कुल्लू-मंडी की सीमा पर बजौरा फ्लाईओवर पर प्रदर्शन किया. टिपर संचालकों का कहना है कि क्रशर बंद होने से उनके सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है. अब हालात ये हैं कि बैंक की किश्तें भी बंद हो गई हैं. अगर जल्द ही क्रशर नहीं खोले गए तो उनके टिपर बेच दिए जाएंगे। क्रशर बंद होने से सैकड़ों मजदूर भी बेरोजगार हो गये. टिपर संचालकों ने राज्य सरकार से मांग की है कि नियम व शर्तों को पूरा करने वाले क्रशरों को जल्द चालू किया जाये. इस प्रदर्शन में क्रशर संचालक राजमल, संजू, रमेश कुमार, अनिल कुमार, चंदे राम, कुलदीप, रहमत अल्ली, भाग सिंह, पैने राम, फकीर हुसैन, जगदीश कुमार, मुस्ताक अली, बरकत अजमित, शाही, जाकिर और विजय कुमार आदि शामिल रहे। . .

हिमाचल प्रदेश |� बाढ़ की घटना के बाद सरकार ने राज्य भर में क्रशर बंद कर दिये हैं. वहीं, सरकार के आदेशों के बाद जिला कुल्लू में क्रशर पूरी तरह से बंद हैं। क्रशर बंद होने से क्रशर में काम करने वाले मजदूरों के सामने रोजगार का संकट खड़ा हो गया है. वहीं, जिला कुल्लू में नवनिर्मित भवनों का निर्माण कार्य भी बंद हो गया है। वहीं, क्रशर बंद होने से टिपर संचालकों का काम भी ठप हो गया है. कई दिनों से टिपर खड़े हैं। अब क्रशर बंद होने से टिपर संचालक सड़कों पर उतरने लगे हैं.
वहीं, सरकार के क्रशर बंद करने के फैसले से टिपर संचालक परेशान हैं. सरकार से नाराज टिप्पर संचालकों ने रविवार को बजौरा के पास फोरलेन ओवरफ्लाई ब्रिज के पास प्रदर्शन किया और सरकार से क्रशर बहाल करने की मांग की. आपको बता दें कि हिमाचल प्रदेश में करीब दो महीने से क्रशर बंद होने से लोगों का रोजगार खतरे में है. रविवार को टिप्पर मालिकों और संचालकों ने कुल्लू-मंडी की सीमा पर बजौरा फ्लाईओवर पर प्रदर्शन किया. टिपर संचालकों का कहना है कि क्रशर बंद होने से उनके सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है. अब हालात ये हैं कि बैंक की किश्तें भी बंद हो गई हैं. अगर जल्द ही क्रशर नहीं खोले गए तो उनके टिपर बेच दिए जाएंगे। क्रशर बंद होने से सैकड़ों मजदूर भी बेरोजगार हो गये. टिपर संचालकों ने राज्य सरकार से मांग की है कि नियम व शर्तों को पूरा करने वाले क्रशरों को जल्द चालू किया जाये. इस प्रदर्शन में क्रशर संचालक राजमल, संजू, रमेश कुमार, अनिल कुमार, चंदे राम, कुलदीप, रहमत अल्ली, भाग सिंह, पैने राम, फकीर हुसैन, जगदीश कुमार, मुस्ताक अली, बरकत अजमित, शाही, जाकिर और विजय कुमार आदि शामिल रहे। . .
