इंस्पेक्टर ने मकान खाली कराने का लिया था ठेका

कानपूर: इंस्पेक्टर राम जनम गौतम ने फरियादी नरेंद्र गुप्ता से थाने के खूब चक्कर लगवाए. थक चुके नरेंद्र से बाद में इंस्पेक्टर ने कहा, ‘पचास हजार रुपये लाओ, तुम्हारा जर्जर मकान खाली करा दूंगा. एफआईआर भी दर्ज कर लूंगा और तुम्हारे पक्ष में रिपोर्ट भी लगा दूंगा’. एंटी करप्शन की टीम ने जब पूछताछ शुरू तो यह बात सामने आ गई कि उसने मकान खाली कराने का ठेका लिया था.
इस रिश्वत के पीछे की कहानी कराचीखाना से शुरू होती है. यहां के नराणजी प्लाजा निवासी नरेंद्र गुप्ता ने कलक्टरगंज क्षेत्र में एक मकान खरीदा था जो जर्जर था. वहां पर पहले से किराएदार बसे हुए थे. नरेंद्र जब तीन को मकान खाली कराने पहुंचे तो वहां उनका किराएदारों से विवाद हो गया. मौके पर हुई बदसलूकी की रिपोर्ट दर्ज कराने के थानेदार को तहरीर दी. तहरीर मिलने के बाद इंस्पेक्टर रामजनम गौतम ने उसे दबा लिया. कुछ समय बाद कार्रवाई को लेकर नरेंद्र ने पूछा तो इंस्पेक्टर ने 50 हजार रुपये की मांग कर दी. मूल रूप से फिरोजाबाद थाना मुबारकपुर जिला आजमगढ़ का रहने वाला राम जनम गौतम यह नहीं समझ सका उसका यह दांव उल्टा पड़ेगा.
