दिल्ली-मेरठ रैपिडएक्स हजारों लोगों को भी दे रही हैं रोजगार

मेरठ: दिल्ली-मेरठ रैपिडएक्स मेरठ, गाजियाबाद के हजारों लोगों को रोजगार भी दे रही है. पहले चरण में दुहाई से साहिबाबाद के बीच संचालित रैपिडएक्स में डिपो से स्टेशन के रखरखाव और ट्रेन के संचालन में एनसीआरटीसी की विभिन्न एजेंसियों के करीब पांच हजार लोग लगे हैं.
पहले चरण में रैपिडएक्स की सेवा में मेरठ, मोदीनगर, मुरादनगर और आसपास के स्थानीय लोगों को भी सेवा का मौका मिला है. लोग दृसरे कामों को छोड़कर रैपिडएक्स की सेवा से जुड़ रहे हैं. डीबी इंडिया के सीओओ ने भी कहा है कि यह आवागमन का माध्यम ही नहीं, क्षेत्र के लोगों की बेहतरी का भी माध्यम होगा.

दुहाई से साहिबाबाद के बीच संचालित रैपिडएक्स में सैकड़ों लोग मेरठ, मवाना,मोदीनगर, मुरादनगर और आसपास के हैं. हालांकि उन्हें कंपनी के नियमों के तहत पहचान जाहिर करने से मना किया गया है. फिर भी बातचीत में लोगों ने बताया कि वे चीनी मिल, ईंट भह्वा और विभिन्न कार्यो को छोड़कर रैपिडएक्स की सेवा में आये हैं. उचित प्रशिक्षण के बाद उन्हें ड्यूटी मिली है. चीनी मिल की नौकरी छोड़कर आने वाले एक युवक ने बताया कि तीन क्षेत्रों संचालन, रखरखाव, जनोपयोगी सुविधाओं में फिलहाल लोगों को काम मिला है. दुहाई डिपो से लेकर साहिबाबाद तक काफी लोग ड्यूटी पर हैं. सभी किसी न किसी क्षेत्र की नौकरी को छोड़कर इस सेवा में आये हैं. भले ही यह सेवा अभी संविदा के तहत है, लेकिन सारी सुविधाएं सरकारी विभागों की तरह है. एक अन्य सेवा में लगी युवती ने कहा कि काफी उच्च क्वालिटी की ट्रेनिंग के बाद रैपिडएक्स की सेवा में वह शामिल हुई हैं. वैसे तो वे दुहाई से मेरठ के बीच की हैं, लेकिन पढ़ाई दिल्ली में हुई. अब पढ़ाई के बाद सेलेक्शन हो गया. अब जैसे-जैसे रैपिडएक्स की सेवा आगे बढ़ेगी तो रोजगार के अवसर और बढ़ेंगे.