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भागलपुर: अनियमित कचरे के उठाव के कारण जमा कूड़ा कचरे से लोग परेशान हैं. व्यवसायिक इलाकों में गंदगी के बीच दुकानें से सजने से एक ओर जहां दुकानदारी प्रभावित हो रही है दूसरी ओर खरीदार सामान के साथ कई तरह क ी बीमारियों को घर ले जाने को विवश हैं. खासकर न्यू मार्केट स्थित सड़क किनारे व बाजार के अंदर नियमित कचरे का उठाव नहीं होने से कूड़े कचरे का ढेर जमा है. मालूम हो कि उक्त बाजार व सड़क किनारे अन्य जिलों के साथ बंगाल से भी फुटकर दुकानदार सब्जी, फल व अन्य सामान सजाते हैं. उक्त वार्ड से निगम को सबसे अधिक आय की प्राप्त होती है. बावजूद सफाई को लेकर उदासीन रहने से लोगों के बीच आक्रोश पनपता जा रहा है. सुबह सुबह खरीदारी करने वाले लोगों का कहना है कि बाजार के अंदर व सड़क किनारे इतना कूड़ा जमा है कि लोगों को नाक पर रुमाल रखकर आवागमन करने की मजबूरी बनी रहती है. इधर वार्ड पार्षद नितेश सिंह उर्फ निक्कू की माने तो प्रतिदिन जमा होने वाले कूड़ा कचरे को समय पर उठाव किया जाता है.
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व्यवसायिक कचरा का उठाव नियमित नहीं होने पर इस तरह की समस्या उत्पन्न हो रही है.
दो बार से अधिक नहीं होता है कचरे का उठाव पार्षद व अन्य का कहना है कि इस सड़क पर सबसे अधिक कचरे का ढेर प्रतिदिन जमा होता है. निगम से शिकायत के बाद भी महज एक ट्रैक्टर से दो बार कचरा व कूड़े का उठाव किया जाता है. जबकि इस मोहल्ले व सड़क के साथ बाजार के अंदर कम से कम तीन से चार ट्रैक्टर से कूड़ा कचरा उठाने की दरकार है.
सफाई को लेकर निगम प्रशासन तत्पर है. सफाई निरीक्षक व एनजीओ कर्मियों को सफाई को लेकर सख्त निर्देश है. व्यवसायिक इलाके वाले क्षत्रों में सुबह और शाम सफाई का प्रावधान है. सड़क व मोहल्ले में कचरे जमा न हो इसके लिए विशेष निर्देश दिया गया है. एनजीओ वाले वार्डों में नियमित सफाई नहीं होने पर राशि काटे जाने का प्रावधान है.
-कुमार मंगलम, नगर आयुक्त
कूड़े के सड़ांध से बीमारी फैलने की संभावना
विनोदपुर स्थित फिजिशियन डॉ संजय तिवारी का कहना है कि नियमित कचरे का उठाव नहीं होने से कूड़े के सड़ांध से कई तरह की बीमारी फैलने की संभावना बढ़ जाती है. खासकर जौंडिस, डायरिया, गैस्टिक, डेंगू , इन्फेक्शन, रेस्पीरेटरी एलर्जी, टायफाइड जैसी बीमारी से लोगों की परेशानी बढ़ जाती है.