हिमाचल प्रदेश में सांपों पर पुस्तक का विमोचन

शिमला (एएनआई): हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शुक्रवार को हिमाचल प्रदेश में पाए जाने वाले सांपों पर एक किताब का विमोचन किया।
‘स्नेक्स ऑफ हिमाचल प्रदेश’ नामक पुस्तक का संकलन और संपादन राज्य स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण संस्थान के प्राचार्य ओमेश कुमार भारती और डीडी बिष्ट ने किया है।
मुख्यमंत्री ने हिमाचल प्रदेश में विषैले और गैर विषैले सांपों पर दस्तावेज़ीकरण में रुचि दिखाई और कहा कि इस मुद्दे पर राज्य में लोगों के बीच जागरूकता पैदा करने के प्रयासों की आवश्यकता है।
पुस्तक में हिमाचल प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर सांपों की तस्वीरें हैं, जिन्हें यूनाइटेड किंगडम में बैंगोर विश्वविद्यालय के आणविक जीवविज्ञानी अनीता मल्होत्रा के नेतृत्व में शोधकर्ताओं की एक टीम ने दस्तावेजीकरण और पहचान की है, जिनमें से भारती भी एक हिस्सा थीं।
टीम ने हिमाचल प्रदेश वन विभाग के वन्यजीव विंग की अनुमति से हिमाचल प्रदेश के जंगलों में सांपों को पकड़ा और उन्हें उसी निवास स्थान में वापस छोड़ने से पहले उनके जहर और डीएनए के नमूने लिए।

आणविक जीव विज्ञान विभाग की अर्चना डेका की मदद से असम के तेजपुर विश्वविद्यालय की प्रयोगशाला में हिमाचल प्रदेश के सांपों के डीएनए और जहर के नमूनों का परीक्षण किया जा रहा है।
भारती ने कहा कि यह पुस्तक हिमाचल प्रदेश में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के वित्त पोषण से प्रकाशित की गई है।
इस पुस्तक के माध्यम से हिमाचल प्रदेश में पाए जाने वाले सांपों के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए राज्य में सांपों की पहचान की गई है।
भारती ने मुख्यमंत्री को बताया कि टीम यह जानने के लिए देश में उन्नत प्रयोगशालाओं के साथ गठजोड़ के माध्यम से एक बड़ा अध्ययन भी कर रही है कि क्या बाजार में उपलब्ध एंटी-स्नेक वेनम हिमाचल में सांपों के जहर को बेअसर कर सकता है।
चिकित्सा में पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित, भारती सर्पदंश प्रबंधन के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के पैनल में हैं और देश में सर्पदंश की घटनाओं पर भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के अध्ययन के राष्ट्रीय प्रधान सह-अन्वेषक हैं, जिसमें शामिल हैं हिमाचल प्रदेश समेत देशभर के 13 राज्य। (एएनआई)