जननी व जन्मभूमि की महत्ता स्वर्ग से भी बढ़कर: राज्यपाल

शिमला। राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने कहा कि जननी व जन्मभूमि की महत्ता स्वर्ग से भी बढ़कर है। भारत शूरवीरों की धरती है, जहां के हर प्रांत में स्वतंत्रता सेनानी व सेना के जवान हैं, जिन्होंने देश के लिए अपने जीवन का सर्वोच्च बलिदान दिया है। राज्यपाल ने कहा कि देशहित सर्वोपरि है। समाज के प्रत्येक वर्ग का कत्र्तव्य है कि वह देश की रक्षा में तैनात सैनिकों का सम्मान करे। उन्होंने बर्फीले व कठिन क्षेत्रों में देश की सीमा पर तैनात आईटीबीपी के जवानों द्वारा दी जा रही सेवाओं के लिए उनका आभार प्रकट किया। यह बात उन्होंने रविवार को राजभवन शिमला में मेरी माटी मेरा देश अभियान के तहत नेहरू युवा केंद्र तथा भारतीय तिब्बत सीमा बल के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कही।

राज्यपाल ने प्रदेश के सभी गांवों, शहरी निकायों तथा आईटीबीपी के जवानों द्वारा प्रदेश के विभिन्न 10 दर्रों से एकत्रित मिट्टी के 89 कलशों को हरी झंडी दिखाकर दिल्ली के लिए रवाना किया। इस अवसर पर कमांडैंट केंद्रीय सीमा सुरक्षा बल केदार रावत, लोकसभा सांसद सुरेश कश्यप, सचिव शिक्षा राकेश कंवर, राज्यपाल के सचिव राजेश शर्मा तथा अन्य लोग भी उपस्थित थे। राज्यपाल ने कहा कि केंद्र सरकार ने मेरी माटी मेरा देश अभियान गांवों व कस्बों के गुमनाम नायकों व शूरवीरों की स्मृतियों को संजोए रखने के लिए शुरू किया है। इस अभियान से स्वतंत्रता संग्राम में जान न्यौछावर करने वाले ऐसे अनेक शहीदों का योगदान सामने आया है, जिनका नाम उनके गांव वालों ने भी भुला दिया था। राज्यपाल ने कहा कि इस अभियान के अंतर्गत युवा स्वयंसेवकों ने अपने गांव और शहीदों के घर से एक चुटकी मिट्टी व पौधे एकत्रित किए हैं। देश भर से मिट्टी के 7500 कलशों में लाई गई मिट्टी से दिल्ली में अमृत वाटिका का निर्माण होगा। पौधों को शहीद वाटिका में लगाया जाएगा, ताकि आने वाली पीढ़ियों को राष्ट्र सेवा में शहीदों के बलिदान से अवगत करवाया जा सके।