दो बार शिलान्यास, गगरेट को नहीं मल निकासी योजना

गगरेट। जन सुविधा के लिए धरातल पर उतारी जाने वाली परियोजनाओं पर जब अव्यवस्था की काई जमने लगे तो इन परियोजनाओं का हश्र क्या होता है यह जानना हैं तो गगरेट कस्बे में आएं। दो सरकारों के कार्यकाल में दो बार शिलान्यास होने के बाद गगरेट कस्बे की जनता ने तीसरी सरकार भी देख ली लेकिन गगरेट कस्बे को मिलने वाली मल निकासी योजना अभी भी मूर्तरूप नहीं ले पाई है। हालांकि इस मल निकासी योजना की टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बाद इसे मुकम्मल करने का समय तीन साल था लेकिन कई साल बीत जाने के बाद भी गगरेट की जनता को मल निकासी योजना की सुविधा नसीब नहीं हो पाई है। गगरेट के लिए करीब चौदह करोड़ रुपये की मल निकासी योजना का सबसे पहले शिलान्यास पूर्व मुख्यमंत्री स्व. वीरभद्र सिंह ने तत्कालीन सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य मंत्री विद्या स्टोक्स की उपस्थिति में किया। इसी बीच विधानसभा चुनाव की घोषणा हुई तो विभाग ने मल निकासी योजना के लिए पाइप की खरीद की। प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने इसका शिलान्यास किया।

उस समय भी दावा किया गया कि करीब तीन साल बाद मल निकासी योजना गगरेट की जनता को समर्पित की जाएगी। दरअसल मल निकासी योजना के तहत गगरेट कस्बे में कुल सत्ताइस किलोमीटर लाइन बिछाना प्रस्तावित था लेकिन विभाग ने उस समय बीस किलोमीटर पाइप ही खरीदी। अब जब पाइप बिछ गई तो सात किलोमीटर पाइप कम पड़ गई। जाहिर है कि कई इलाके अभी तक मल निकासी योजना की सुविधा से वंचित हैं तो विभाग के पास जहां लाइन बिछ गई हैं वहां के घरों को मल निकासी योजना से जोडऩे के लिए भी पाइप उपलब्ध नहीं है। ऐसे में काम में देरी के लिए ठेकेदार को भी जिम्मेवार नहीं ठहराया जा सकता। इसी बीच जल शक्ति विभाग ने जब पाइप खरीद के लिए प्रयास किए तो ये सिरे नहीं चढ़ पाए। इसी बीच विभाग ने तय किया कि पाइप खरीद व लेइंग को लेकर अलग से टेंडर लगा दिया जाए ताकि ठेकेदार स्वयं पाइप खरीदे और इसे बिछाए। अब विभाग यह प्रक्रिया अपनाने वाला था तो विभाग को सूचित किया गया कि पाइप के लिए किसी फर्म के साथ रेट कांट्रेक्ट हो गया है और पाइप की सप्लाई हो जाएगी लेकिन कब तक गगरेट कस्बे की जनता को मल निकासी योजना का लाभ मिल पाएगा इस पर संशय बरकरार ही है। अब इसे किसकी गलती माना जाए, जिसका खामियाजा आज आम जनता भुगत रही है। उधर, जल शक्ति विभाग के कार्यकारी अधिशासी अभियंता पंकज कुमार का कहना है कि पाइप के लिए विभाग को सूचित किया गया है। जल्द ही गगरेट कस्बे को मल निकासी योजना समर्पित कर दी जाएगी।